पूरे दिल्ली-एनसीआर में इनदिनों वायु प्रदूषण अपने चरम पर है। राजधानी के आसपास के इलाके भी इसकी चपेट में हैं। पिछले कुछ दिनों में फैक्ट्रियों से निकलने वाली जहरीली गैस, धुएं, पराली, कचरे से उठने वाले धुएं और सड़कों पर धुआं छोड़ती गाड़ियों ने पूरे शहर में स्मॉग बढ़ा दिया है। आप सभी जानते हैं, कि स्मॉग हमारी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक है। यह कई बीमारियों को भी दावत देता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हवा में घुलता प्रदूषण का ये जहर आपकी सेक्स लाइफ को भी बर्बाद कर रहा है?
हाल ही में हुए अध्ययन में सामने आया है कि गाड़ियों से निकलने वाला जहरीला धुआं इरेक्टाइल डिसफंक्शन से जुड़ा है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन एक बीमारी है, जिसमें पुरुषों का वीर्य कम हो जाता है या खत्म हो जाता है, इससे पुरुषों की सेक्स लाइफ भी खत्म हो जाती है। आसान भाषा में समझें तब यह स्मॉग आदमियों को नपुंसक बना सकता है।
विशेषज्ञों ने अपनी रिसर्च में वायु प्रदूषण और टेस्टोस्टेरोन और एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में वृद्धि के बीच संबंध पाया हैं। ये दोनों हार्मोंस आदमियों और महिलाओं की सेक्स क्षमता और फर्टिलिटी की प्रक्रिया में अहम किरदार निभाते हैं। विशेषज्ञ लंबे समय से चेतावनी दे रहे हैं कि प्रदूषण ना केवल हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि ये लोगों के यौन संबंधों पर भी असर डालता है। हाल ही में किए गए अध्ययन में भी ये सामने आया है, कि प्रदूषण यौन संबंधों को प्रभावित करता है और बांझपन का भी कारण बन सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ना केवल वायु प्रदूषण बल्कि ध्वनि प्रदूषण और कई अन्य पर्यावरण कारण भी व्यक्ति की सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकते हैं। 2019 में अध्ययन में कार के जहरीले धुएं के संपर्क में आने से इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कई मामले सामने आए थे। प्रदूषित जहरीले कणों को सांस के जरिए शरीर के अंदर लेने से रक्त वाहिकाओं में सूजन हो सकती है और ऑक्सीजन प्रजनन अंगों तक नहीं पहुंच पाती है, जिसकी वजह से पुरुषों की यौन उत्तेजित होने की क्षमता प्रभावित होती है। प्रूदषित तत्वों का किसी पुरुष की सेक्स क्षमता पर पड़ने वाले असर जानने के लिए हमने सबसे प्रदूषित माने जाने वाले शहरों जैसे दिल्ली और कोलकाता के लोगों की कम प्रदूषित शहरों वाले लोगों के साथ अध्ययन किया था।