दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसमें बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के नाम शामिल हैं। इन पर दंगे की धारा (147) सहित कई धाराएं लगाई गई हैं और PDPP एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। दिल्ली पुलिस ने पहलवानों द्वारा नए संसद भवन की ओर मार्च करते वक्त की गई हाथापाई और विरोध-प्रदर्शन के बाद ये कार्रवाई की है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिए पहलवानों में से कुछ को रिहा कर दिया है। विनेश फोगाट ने बताया कि पुलिस ने उनके अलावा साक्षी मलिक और संगीता फोगट को रिहा कर दिया है। बाकी पहलवान अभी भी पुलिस हिरासत में हैं। इससे पहले दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाती मालिवाल ने भी दिल्ली पुलिस को पत्र लिख पहलवानों की रिहाई और बृजभूषण सिंह को गिरफ्तारी करने की मांग की थी।
जंतर-मंतर से हटाया टेंट
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एक महीने से अधिक समय से चल रहा पहलवानों के धरने को लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्त रुख अपनाया। रविवार दोपहर नए संसद भवन की ओर मार्च कर रहे तमाम पहलवानों को हिरासत में ले लिया गया। उसके बाद जंतर-मंतर से पहलवानों का टेंट और सामान भी हटवा दिया। इसके बाद से आंदोलन खत्म होने के कयास लगाये जा रहे थे। लेकिन रिहाई के बाद साक्षी मलिक ने ट्वीट कर कहा कि हमारा आंदोलन अभी खत्म नहीं हुआ है।