दीपिका शरणागत ने जिले का नाम किया रोशन

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संघ लोक सेवा आयोग 2023 का परीक्षा परिणाम 12 जनवरी को जारी किया गया जिसमें वारासिवनी निवासी दीपिका पिता रामेश्वर शरणागत ने जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया के पद के लिए 29 वा स्थान प्राप्त कर सफलता अर्जित की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार दीपिका शरणागत बचपन से ही प्रतिभावान छात्र रही है उनके पिता रामेश्वर शरणागत ग्राम अमई के शासकीय हाई स्कूल में शिक्षक है तो वही उनकी माता चोलेश्वरी शरणागत अमई के शासकीय माध्यमिक स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत है। दीपिका शरणागत ने अपनी कक्षा 1 से 12 तक की शिक्षा विवेकानंद स्कूल रामपायली, केशव स्कूल वारासिवनी एवं गांधी विद्या मंदिर से पूरी करने के बाद उन्होंने होल्कर कॉलेज इंदौर से बीएससी मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय भोपाल से एमएससी की शिक्षा प्राप्त की वह एमएससी जियोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट रही। इसके बाद वह यूपीएससी जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया की तैयारी के लिए देहरादून उत्तराखंड जुलाई 2022 में चले गयी जहाँ तैयारी प्रारंभ कर दी उनके द्वारा यूपीएससी जीएसआई 2023 की परीक्षा दी गई। जिसमें जनवरी में प्री जून में मेंस और नवंबर में इंटरव्यू दिया था। जिसका 12 जनवरी 2024 को संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा परीक्षा परिणाम जारी किया गया जिसमें दीपिका पिता रामेश्वर शरणागत ने 29वीं रैंक हासिल कर सफलता अर्जित कर वारासिवनी नगर सहित जिले का नाम रौशन किया है। इसी के साथ वह बहुत जल्द ही जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया में अपनी सेवा देती नजर आयेगी। दूरभाष पर चर्चा में दीपिका शरणागत ने बताया कि उन्होंने प्राथमिक शिक्षा वारासिवनी क्षेत्र से प्राप्त करने के बाद इंदौर से बीएससी और भोपाल से एमएससी की शिक्षा प्राप्त की उन्होंने एमएससी जियोलॉजी विषय में की जिसमें वह गोल्ड मेडलिस्ट रही। उनके माता-पिता शिक्षक है वह कंहारटोला अमई के रहने वाले हैं परंतु सुविधा के कारण वह हाल मुकाम वारासिवनी के वार्ड नंबर 3 रानी दुर्गावती नगर में है वह तीन बहन है जिसमें खुशबू शरणागत गांधीधाम अहमदाबाद गुजरात में स्वास्थ्य विभाग में जूनियर सीईओ है तो वही निधि शरणागत पुणे से एमबीए की पढ़ाई कर रही है। इस सफलता के पूर्व उनके द्वारा गेट एवं एमपी सेट की परीक्षा मे सफलता अर्जित की गई थी और अभी यह परीक्षा में सफलता मिलने के कारण उन्हें छोड़ दिया गया है। दीपिका शरणागत ने बताया कि उनकी दादी आनंदाबाई शरणागत का सपना था कि वह ऑफिसर बने जिसको लेकर उन्होंने वादा भी लिया था परंतु कुछ महीने पहले उनके नाना और दादी स्वर्गवासी हो गए जो उनके लिये काफी पीड़ादायी रहा। यह परीक्षा में पहले प्रयास में सफलता प्राप्त हुई है इस कड़ी में अपनी मेहनत को देखते हुए मेरा लक्ष्य आईएएस बनना है। मैं यही चाहूंगी कि हर माता-पिता अपनी बच्चों को शिक्षा के क्षेत्र के लिए थोड़ी स्वतंत्रता दे उन पर भरोसा रखें और वह बच्चे भी लक्ष्य बनाकर उसे प्राप्त करने का प्रयास करें जीवन में अनुशासन बनाए रखें। वही बच्चों से अपील है कि वह माता-पिता की स्वतंत्रता का गलत फायदा ना उठाएं अपने लक्ष्य के लिए मेहनत करें जीवन में प्रत्येक चीज आप हासिल कर सकते हो यदि आप में अपने लक्ष्य का पीछा करने का समर्थ है। अपने लक्ष्य को पीछे कहीं छूटने ना दे उसके लिए प्रयास करते रहे संघ लोक सेवा आयोग भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण में उनका चयन हुआ वहीं 29वीं रैंक हासिल करी जिसके लिये मुझे हर्ष है। इस सफलता का श्रेय मैं अपने माता-पिता शिक्षक एवं मुझे सहायता करने वाले मनीष तुरकर मनीष गौतम श्रेया नगपुरे चिंटू विशाल अक्षय नेताम के साथ अपनी दादी आनंदाबाई शरणागत को श्रेय दूँगी जिन्होंने मुझसे वादा लिया था ऑफिसर बनने का। इस सफलता के लिए दीपिका शरणागत को उनके चित परिचित लोग मित्रो सहित रिश्तेदारों ने शुभकामनाएं प्रेषित की है

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