Indore News। दुनिया में भगवान राम जैसा आदर्श राजा आज तक नहीं हुआ है। उन्होंने हमेशा एक बात कही और उसका पालन किया। आज सम्पूर्ण पृथ्वी पर सबसे पूजनीय भगवान वे ही हैं। उनके मंदिर निर्माण में सहयोग सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने जो आदर्श प्रस्तुत किया वे समस्त मानव जाति के लिए अनुकरणीय है।यह बात झालरिया पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज ने गुमाश्ता नगर स्थित तिरूपति बालाजी वेंकटेश देवस्थान पर कही। वे झालरिया पीठ की ओर से अयोध्या में राम मंदिर के लिए 15 लाख की समर्पण निधि प्रदान करने के अवसर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भगवान राम के मर्यादा के मंत्र को अपना कर सभी अपने जीवन का कल्याण कर सकते हैं। बालमुकुन्द झालरिया की मौजूदगी में समर्पण निधि का चेक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मालवा प्रांत प्रचारक विनीत नवाथे, शैलेन्द्र महाजन, रुपेश पाल को प्रदान किया गया। प्रचार प्रमुख राम मूंदड़ा ने बताया कि स्वामीजी ने सभी अतिथियों का बहुमान किया। इस अवसर पर पुरूषोत्तम पसारी, ओमप्रकाश पसारी, लक्ष्मण पटवा, गोपाल न्याती, कैलाश शर्मा (मालेगांव) आदि मौजूद थे।
राम मंदिर के लिए दी 25 हजार की समर्पण निधिराम मंदिर निर्माण के लिए 25 हजार रूपये की समर्पण निधि महालक्ष्मी उपासना मंडल द्वारा दी गई। सचिव किशोर मंडपे ने बताया कि राशि अच्युतानंद महाराज के 68वें पुण्यतिथि उत्सव के मौके पर दी गई। इस अवसर पर स्वचलित भजन मंडली द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी गई। गौरतलब है कि अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बनाने के लिए जनसहयोग के लिए सभी वर्ग समर्थन निधी का सहयोग कर रहे हैं।