शहर के भीतर वाहनों की गति पर नियंत्रण लगाने और दुर्घटना को रोकने के लिए बनाए गए स्पीड ब्रेकर की दुर्घटना का कारण बनते जा रहे हैं। 3 दिनों के भीतर 2 दुर्घटना की वजह से एक महिला की मौत हो गई।
आपको बताए कि कलेक्टर कार्यालय के सामने 30 अप्रैल की शाम को हुई सड़क दुर्घटना में मांझापुर निवासी महिला कांताबाई कटरे की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। अस्पताल चौकी पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मांझापुर निवासी महिला कांताबाई अपने भतीजे मंगलेश बिसेन के साथ मोटर साइकल में बैठकर शनिवार की शाम को नगर के एक प्राइवेट अस्पताल जा रहे थे।
उसी दौरान शाम को करीब 7 बजे जब भी कलेक्टर कार्यालय के सामने पहुंचे तो सामने से मोटर साइकिल आने के कारण उसकी हेड लाइट के चलते सड़क में बनाया गया ब्रेकर नहीं दिखाई दिया और ब्रेकर के कारण साइकल गिर गई।
मोटर साइकिल से गिरने के कारण महिला को काफी चोट लगी जिसे तत्काल ही ऑटो में बैठाकर जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया गया, लेकिन महिला को अंदरूनी चोट अधिक लगने के कारण महिला की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई।