इस वर्ष की द्वितीय नेशनल लोक अदालत शनिवार को आयोजित की गई। लोक अदालत में कई रोचक मामले भी आए। ऐसे ही एक मामले में विगत दो वर्ष पूर्व पोते द्वारा दादी के साथ शराब के नशे में मारपीट एवं गाली गलौच की गई थी। जिससे क्षुब्ध होकर दादी द्वारा अपने पुत्र के साथ जाकर थाने पर रिपोर्ट दर्ज करा दी थी।
न्यायालय की समझाईश के कारण दादी मंजू चक्रवर्ती ने अपने पोते को माफ करने की सहमति दी। वृद्धावस्था एवं अस्वस्थ्य होने से दादी चलने फिरने में परेशानी महसूस कर रही थी। अतः आफरीन युसुफजई पीठासीन अधिकारी द्वारा सहृयता का परिचय देते हुए न्यायालय के द्वार पर आकर उनका राजीनामा करवाया। इसके उपरांत उनके पुत्र ने खुशी जाहिर की कि न्यायालय के सहयोग एवं समझाईश से तीन पीढ़ियों के बीच सदभावना एवं प्रेम पुनः स्थापित हुआ है।