आगामी विधानसभा चुनाव में मुंजारे दंपत्ति क्रांतिकारी पार्टी से चुनावी मैदान में उतरेंगे। हम इस बार सपा से चुनाव नहीं लड़ेंगे । कांग्रेस पार्टी हमें क्या ऑफर देगी। हम उन्हें ऑफर देते हैं कि कांग्रेस, जिले की सभी 6 विधानसभा सीटों को छोड़ दें । क्योंकि कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव हारेगी । परसवाड़ा और बालाघाट में आज भी हम दूसरे नंबर पर हैं । अगर कांग्रेस से कोई ऑफर आता है तो हम अपनी शर्त रखेंगे। यदि उन्हें सरकार बनाना है तो वे हमसे बात करें ,हम कांग्रेस से बात नहीं करेंगे । कंकर मुंजारे कोई नया नया लड़का नहीं है कि तुम जैसा बोलोगे हम वैसा करेंगे। हम निर्दलीय विधायक सांसद रह चुके हैं। हमें एमएलए बनने का भी शौक नहीं है लेकिन हमें लोगों के लिए लड़ना है। कांग्रेस पार्टी बालाघाट में कुछ नहीं कर रही है 3-3 विधायक है लेकिन बीजेपी के खिलाफ सड़क पर नहीं उतर रही है. उनके खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोल रही है. हमें अब तक कांग्रेस से कोई ऑफर नहीं मिला है ना उनसे कोई बात हुई है. अगर ऑफर मिलता भी है तो हम आप लोगो को इसकी जानकारी देंगे। लेकिन फिलहाल हमारी उनसे कोई बात नहीं हुई है और हम क्रांतिकारी पार्टी से ही चुनाव लड़ेंगे। जिस पार्टी से चुनाव कंकर मुंजारे लड़ेगा ,उसी पार्टी से चुनाव अनुभा मुंजारे भी लड़ेंगी। यह तमाम बातें पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने सोमवार को आयोजित एक पत्रकार वार्ता में कहीं। जहां उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए विधायक गौरीशंकर बिसेन, सांसद ढाल सिंह बिसेन, कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा पर जमकर निशाना साधा तो वहीं उन्होंने मध्य प्रदेश के बजट, विकास कार्य सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जमकर निंदा की। वही उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए कर्ज पर आपत्ति जताते हुए प्रदेश की जनता को कर्जदार बनाने का भी आरोप लगाया है ।
मुस्लिमों पर दिए बयान पर गौरीशंकर को भेजा जाए जेल
आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व सांसद मुंजारे ने बताया कि विधायक गौरीशंकर बिसेन ने मुसलमानों पर जो बयान दिया है इस पर गौरीशंकर बिसेन को जेल भेजना चाहिए । क्योंकि इस देश को आजाद कराने में मुसलमानों ने भी अपना अहम योगदान दिया है। देश की आजादी के लिए कई मुस्लिम फांसी के फंदे पर झूले हैं, कई मुस्लिमों को जेल हुई है। अशफाक उल्ला खान हंसते-हंसते देश के लिए फांसी पर चढ़े थे। उनके अलावा ऐसे कई मुस्लिम है जिन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी है अपने प्राणों की आहुति दी है अपना सब कुछ निछावर किया है। लालबर्रा में गौरीशंकर बिसेन ने ऐसा बयान नहीं देना था की हिंदुस्तान में रहना है तो हिंदू बन कर रहो, वरना देश छोड़ दो। उनके इस बयान पर उन पर एफ आई आर दर्ज की जानी चाहिए। उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए। क्योंकि गौरीशंकर बिसेन इतिहास नहीं पढ़ा है यह देश सबका है उन्हें इसकी समझ होनी चाहिए।
सरपंच बनने के लायक भी नहीं है गौरीशंकर बिसेन
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि गौरीशंकर बिसेन 7-8 बार विधायक बन गए हैं. लेकिन वे सरपंच बनने के भी लायक नहीं है। अपने पहले चुनाव में वह मेरे पास आए थे मुझ से सहयोग मांगा था मैंने 1985 में मैने उनकी मदद की थी। जनता से गौरीशंकर बिसेन को वोट देने कहा था और वह पहली बार विधायक बने थे ।मै उन्हें उचित चुनाव जिताने में सहयोग किया था। इसके पूर्व 1982 में लेंडेझरी मे सोसाइटी का चुनाव उन्हे जिताया है।आज पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के दम पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं । यदि पुलिस हट जाएगी तो यह जिले में ठीक से घूम भी नहीं पाएंगे।
दूसरों का हटा रहे और खुद सरकारी जमीन पर जहां-तहां कर रहे अतिक्रमण
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि अतिक्रमण के नाम पर लालबर्रा में तोड़फोड़ मचाई है । वहां 50 वर्षों से लोग रह रहे थे। उनके पास जगह की रसीदें हैं । उनकी दुकानें तोड़कर रोजी-रोटी छीन ली गई है। जबकि खुद गौरीशंकर बिसेन ने कलेक्टर बंगले के सामने अतिक्रमण कर रखा है उसे नहीं हटा रहे हैं। जिस सरकारी बंगले में वह रह रहे हैं उसके पास करीब 2 एकड़ की शासकीय भूमि पर कब्जा किया हुआ है, वहां हरे भरे पेड़ पौधों को जड़ से उखाड़ कर फेंक दिया गया। बाउंड्री वॉल बनाकर कब्जा किया गया है। यदि शासन ने उन्हें जमीन लीज पर दी है तो वह बताएं कि उन्हें जमीन लीज पर कैसे मिल गई ।इसके अलावा मृत्युंजय घाट के समीप भी सरकारी जमीन पर उन्होंने कब्जा किया है।खुद अपना कब्जा नहीं हटा रहे हैं और लोगों की बरसों पुरानी रोजी-रोटी को छीन कर अतिक्रमण के नाम पर उनके निर्माण हटाए जा रहे हैं। सरकारी पैसे का लगातार दुरुपयोग किया जा रहा है । नगरपालिका ,जनता के पैसों से योजनाओं के पोस्टर छपवाती है और उसमें गौरीशंकर बिसेन और मौसम का फोटो छापा जाता है। जबकि मौसम हरिनखेडे नगर पालिका में कुछ नहीं है वह एक पार्षद भी नहीं है, फिर भी गौरी शंकर बिसेन और मौसम का फोटो हर पोस्टर में देखने को मिलता है। यह जनता के पैसों का दुरुपयोग कर रहे हैं । पैसा जनता का है पर फोटो इनकी लग रही है। परसवाड़ा में भी 26 लोगों की दुकान अतिक्रमण के नाम पर तोड़ी गई है बस स्टैंड को बर्बाद करके रख दिया है। जगह जगह तोड़फोड़ की जा रही है लेकिन खुद के अतिक्रमण पर उनका ध्यान नहीं है और ना ही प्रशासनिक अधिकारी उनके अतिक्रमण पर ध्यान दे रहे हैं।
नक्सलियों का एनकाउंटर नहीं उनकी हत्या की गई है इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए
श्री मुंजारे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा हाल ही में दिए गए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन वाले मामले में भी सवाल उठाए हैं। जिसमें उन्होंने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है । आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि जिले में लॉयन ऑर्डर की स्थिति बिगड़ी हुई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस को आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया है वह नक्सलियों का एनकाउंटर नहीं हुआ था । बल्कि उनकी हत्या है। लोगों को उठाकर लेकर गए और एनकाउंटर के नाम पर हत्या कर की गई है। उसे एनकाउंटर दर्शाया गया है हर्राटोला में भी कोई एनकाउंटर नहीं हुआ था वहां हत्या करके बॉडी रखी गई थी और उसे एनकाउंटर बताया गया है इसके पहले भी 6 लोगों की हत्या की गई है इन सब की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए। गढ़ी में जो एनकाउंटर की बात कही जा रही है। वहाँ जंगल के अंदर कोई नहीं जाता। स्थानीय ग्रामीण बता रहे हैं कि वह कोई एनकाउंटर नहीं हुआ था । सिर्फ पुलिस वाले लाश लेकर जाते हुए दिखाई दिए । अभी 7 तारीख को कटंगी के एक गांव में बांध के पास एक आदिवासी लड़की के साथ दुराचार कर उसका शव पेड़ से लटका दिया गया था, जबकि उस लड़की के पांव जमीन में टिके हुए थे। उसके पिता एफआईआर की कॉपी मांग रहे हैं तो उन्हें पुलिस द्वारा उसकी कॉपी नहीं दी जा रही है। परसवाड़ा में भी एक आदिवासी को मारकर लटका दिया गया उस पर भी ध्यान नहीं है । पुलिस को किसी का कोई डर नहीं है और ना ही यहां के लोगों को पुलिस का भय है। पूरे जिले में लॉयन ऑर्डर की स्थिति बिगड़ी हुई है।
भाजपा के एजेंट बनकर काम कर रहे कलेक्टर
श्री मुंजारे ने बताया कि बालाघाट कलेक्टर सत्ता पक्ष के इशारे पर काम कर रहे हैं कलेक्टर भाजपा के एजेंट बनकर काम कर रहे हैं। यहां के कलेक्टर, जिले में रहने लायक नहीं है। उन्होंने अपनी पत्नी को भी डीएफओ के पद पर यहां बुलवा लिया है । वह गौरीशंकर बिसेन के नौकर बन कर काम कर रहे हैं। इस कलेक्टर और उनकी पत्नी को यहां से हटाना चाहिए । आगामी चुनाव में धांधली करने के लिए उन्हें यहां पर रखा गया है । कलेक्टर कार्यालय में पिछले दिनों बीजेपी पदाधिकारियों की एक बैठक चल रही थी उसमें राजनीतिक बातें हो रही थी वहां कलेक्टर का क्या काम। ऐसे कलेक्टर को यहां नहीं रखना चाहिए इसकी शिकायत हम निर्वाचन आयोग से कर उन्हें हटाने की मांग करेंगे।
पिछली चुनावी गड़बड़ी को लेकर जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
उन्होंने आगे अनौपचारिक चर्चा के दौरान बताया कि पिछले बार चुनाव में ईवीएम मशीन में गड़बड़ी पाई गई थी वोटिंग का कार्य संपन्न कराकर ईवीएम मशीनों को कमरे में बंद करके रख दिया गया था जिस दिन मतगणना थी उस दिन जब ईवीएम मशीन निकाली गई तो ईवीएम मशीन 99% चार्ज थी, जबकि एक मोबाइल को भी जब बिना उपयोग किए रख दिया जाता है तो उसकी बैटरी भी कम हो जाती है । लेकिन जिस ईवीएम मशीन ने दिन भर काम किया है उसके बाद उसे लॉक करके सुरक्षित रखा गया है जब 20-25 दिन बाद फिर उस मशीन को मतगणना के लिए निकाला गया हो तो उसकी बैटरी 99% कैसे थी इस बात को लेकर हमने न्यायालय में याचिका दायर की थी। लेकिन जिस न्यायालय में याचिका लगी थी वहां पर हमारे और हमारे साथियों के ब्यान हुए, जब न्यायालय में सांसद ढाल सिंह बिसेन और कलेक्टर के बयान होने थे उसके पूर्व उस न्यायालय से एक दूसरे न्यायालय में केस ट्रांसफर कर दिया गया। जहां न्यायाधीश संजय द्विवेदी की अदालत ने सांसद ढाल सिंह बिसेन को राहत दे दी। हम इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
नाचने गाने के अलावा कोई काम नहीं है इन्हें अध्यक्ष पद से हटाना चाहिए
श्री मुंजारे ने विधायक गौरीशंकर बिसेन पर हमला बोलते हुए उन्हें अन्य पिछड़ा कल्याण वर्ग आयोग के अध्यक्ष पद से हटाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व जो यात्रा निकाली गई थी वह विकास यात्रा नहीं बल्कि विनाश यात्रा थी। विधायक और कलेक्टर ग्राम पैंदी में घोड़े में घूम रहे थे जबकि वहां कई समस्याएं हैं उनका निराकरण नहीं किया गया । गौरीशंकर बिसेन आयोग अध्यक्ष बनकर बैठा है जो गाना गाने और डांस करने के अलावा कोई काम नहीं कर रहा हैं इन्हें पिछड़े वर्ग के ओबीसी अध्यक्ष पद से हटाना चाहिए क्योंकि यह कोई काम का नहीं है ।
लोगों को कर्जदार बना कर भी, विकास नहीं कर पा रही सरकार
श्री मुंजारे ने आगे बताया कि मध्य प्रदेश सरकार ने जो बजट पेश किया है उसमें बेरोजगारों, छात्रों, किसानों, महिलाओं किसी के लिए कोई राहत नहीं दी गई है। लगातार महंगाई बढ़ रही है कीटनाशक, बीज, उर्वरक खाद में सब्सिडी भी खत्म कर दी गई है सरकार ने 3 लाख 21 हजार 651 करोड़ का कर्ज लिया हुआ है जितना कर्ज लिया है उसने का ही बजट पेश किया है। इनके पास अलग से कुछ नहीं है फिर भी दुनिया भर की घोषणाएं कर रहे हैं जगह-जगह भूमि पूजन किया जा रहा है मध्य प्रदेश की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है और यह सरकार लगातार कर्ज ले रही है लेकिन कर्ज कहां जा रहा है इसका कोई हिसाब नहीं दिया जा रहा है। सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है ,बिजली के दाम बढ़ रहे हैं स्कूल में शिक्षक नहीं है अस्पताल में डॉक्टर नहीं है टपकती छत के नीचे छाता लेकर बच्चे स्कूल में बैठ रहे हैं। आज तक जितने भी भूमि पूजन किए उन्हें शुरू नहीं किया गया है तो यह सरकार कर्ज लेकर क्या कर रही है यह समझ नहीं आ रहा है।जनता को कर्ज के बोझ तले लादा जा रहा है सरकारी बंगले में कार्य कराने के नाम पर हर दो-तीन महीनों में सरकारी खजाना को लुटा जा रहा है सरकार हर व्यक्ति को कर्जदार बना दिया है। वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह की सरकार थी उस समय प्रदेश पर मात्र 20 हज़ार करोड़ का कार्य था । उस समय हम सदन में चिल्लाते थे कि कर्ज बहुत हो गया है ,विपक्षी दल बीजेपी भी कर्ज को लेकर हमला करते थे लेकिन आज 18 गुना कर्ज बढ़ गया है और अभी सरकार फिर से करोड़ों का कर्ज ले रही है।यहाँ स्कूली बच्चों को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है गरीबों को गेहूं मिट्टी तेल नहीं मिल रहा है। पिछले समय जब बाढ़ आई थी उस समय डूब क्षेत्र में कई मकान आए थे सरकार ने कहा था कि जिसका जैसा मकान था उसे वैसा ही मकान बना कर देंगे लेकिन आज तक उन्हें 1 रु भी नही दिया गया। बालाघाट में स्विमिंग पूल का भूमि पूजन किया था उसके बाद आज तक उसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। इसी तरह लामता बुढ़िया गांव में सातनारी जलाशय का भूमि पूजन किया गया था वहां 10-15 दिन घास की कटाई की गई और काम बंद कर दिया गया. रेलवे ओवरब्रिज को लेकर कई बार भूमि पूजन हुए लेकिन उसका काम शुरू नहीं हुआ. शिवराज सिंह चौहान के क्षेत्र बुधनी के लोग खुद परेशान हैं वह भी विकास नहीं हो रहा है .यही स्थिति पूरे मध्यप्रदेश में हैं सरकार जहां-तहां भूमि पूजन कर रही है लगातार कर्ज ले रही है लेकिन विकास नहीं हो रहा है यह सिर्फ एक चुनावी झासा है। साडे 18 सालों में बीजेपी और शिवराज सरकार ने प्रदेश को कंगाल कर दिया है शासकीय संपत्ति बेच रहे हैं फिर भी कर्ज ले रहे हैं और विकास नहीं हो पा रहा है।










































