मध्यप्रदेश की राजधानी से सटे रायसेन जिले का सांची कस्बा देश की दूसरी सोलर सिटी बनने जा रही है। सांची में घरों से लेकर गलियां, स्ट्रीट लाइट, चौराहे यहां तक कि यहां का स्तूप भी सोलर लाइट से रोशन होंगे। बौद्ध स्तूपों के लिए दुनिया भर प्रसिद्ध सांची को अब सोलर सिटी के नाम से पहचाना जाएगा। अलग-अलग कंपनियों ने यहां सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू कर दिया है। अगले दो महीनों में सांची को सोलर सिटी बनाने का काम पूरा हो जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें आमंत्रण भी भेजा गया है।
जानिए, सांची कैसे बनेग्रिड कनेक्टेड जमीन आधारित सोलर परियोजनाः होगी।
घरों पर लगेंगे रूफ टॉप सोलर सिस्टम: हैं।
घरों को मिलेंगे सोलर उपकरण
सांची को सोलर सिटी बनाने में जन भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए हर घर को- कुछ न कुछ ऑफ-ग्रिड सौर संयंत्र दिए जाएंगे। जैसे- सोलर कुकर, सोलर स्टडी लैंप, सोलर ड्रायर, सोलर वॉटर हीटर, सोलर लालटेन जैसे उपकरण मुहैया कराए जाएंगे। साथ ही, इन उपकरणों के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इन संयंत्रों को विभिन्न संस्थाओं से प्राप्त CSR और व्यक्तिगत सामाजिक उत्तरदायित्व (ISR) के तहत योगदान द्वारा वित्तीय सहायता दी गई है।