नगर मुख्यालय के हाईवे मार्ग बस स्टैण्ड विश्राम गृह के सामने से मानपुर तक पानी निकासी के लिए बड़ी पक्की नाली का निर्माण किया गया है परन्तु नाली के कुछ स्थानों पर चेम्बर नही लगाया गया है और खुली नाली दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रही है। नाली के ऊपर चेम्बर लगा नही होने के कारण गत दिवस एक गाय नाली के नीचे गिर गई थी परन्तु वह किसी को दिखाई नही दी। जिसके कारण गाय दो दिनों तक नाली के अंदर ही पड़ी रही। वहीं संतोष भारद्वाज के घर में भी नल-जल योजना का पानी दो दिनों से नही आ रहा था। जिससे वे परेशान होकर गुरूवार की शाम ७ बजे जब अपने नल के पास जाकर देखे तो नाली के नीचे एक गाय दिखाई दी जो नल के पास बैठी हुई थी, नल के पाईपलाईन के पास गाय के बैठे रहने से पाईपलाईन भी क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसके कारण पानी नही मिल रहा था। जब पता चला की गाय दो दिनों से नाली के अंदर है और नाली की गहराई अधिक होने के कारण वह बाहर नही निकल पा रही है। जिसके बाद संतोष भारद्वाज ने अन्य लोगों को नाली के अंदर गाय गिरी होने की जानकारी दी और उनकी मदद से गाय को सुरक्षित बाहर निकाला गया परन्तु नाली में गिरने से गाय घायल हो गई थी जिसका उपचार पशु चिकित्सा विभाग के द्वारा किया गया जिसके बाद गाय को छोड़ दिया गया। समय रहते गाय को नही देखते तो गाय लंबे समय तक नाली के अंदर ही पड़ी रहती क्योंकि वह ऐसे स्थान पर गिरी थी कि किसी को दिखाई तक नही दे रही थी। इस तरह से खुली नाली दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है। रोड़ किनारे निवासरत मानपुर के ग्रामीणजनों व राहगीरों ने विश्राम गृह से मानपुर तक बनी नाली के ऊपर सीमेन्ट के चेम्बर लगाने की मांग की है ताकि मुक मवेशी के साथ ही अन्य लोग खुली नाली में गिरकर घायल न हो सके। आपकों बता दे कि बालाघाट-सिवनी हाईवे मार्ग लालबर्रा बस स्टैण्ड विश्राम गृह से मानपुर सर्राटी नदी पुल तक एक वर्ष पूर्व अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही प्रशासन के द्वारा की गई थी। जिसके चलते पूर्व में बनी नाली क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और बस स्टैण्ड सहित निवासरत लोगों के घरों का पानी रोड़ के ऊपर से बह रहा था जिससे लोगों को परेशानी होती थी। जिसके बाद प्रशासन के द्वारा लाखों रूपयों की लागत से बस स्टैण्ड विश्राम गृह से लेकर सर्राटी नदी पुल मानपुर तक बड़ी पक्की नाली का निर्माण कार्य करवाया गया है और निवासरत लोगों के घरों के सामने नाली के ऊपर सीमेन्ट का चेम्बर भी लगाया गया है ताकि आने-जाने में परेशानी न हो परन्तु निर्माण कंपनी के द्वारा कुछ स्थानों पर नाली को खुला छोड़ दिया गया है जिसके कारण नाली किनारे से मवेशी गुजरते है तो वे गिरकर चोटिल हो रहे है। इसी तरह दो दिवस पूर्व भी एक गाय संतोष भारद्वाज के मकान के समीप खुली नाली के अंदर गिर गई थी परन्तु नाली की गहराई अधिक होने के कारण वह बाहर नही निकल पाई। जब संतोष भारद्वाज के घर मेें नल-जल योजना का पानी नही आया तो उन्होने गुरूवार की शाम के समय नल के पास जाकर देखे तो नाली के अंदर गाय दिखाई दी। साथ ही गाय नल के पाईपलाईन के ऊपर गिरने से पाईपलाईन क्षतिग्रस्त हो गई थी। जिसके कारण उनके घरों में पानी नही आ रहा था। तब पता चला की गाय नाली में गिर गई है। इस तरह से खुली नाली दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है इसलिए नाली किनारे निवासरत लोगों ने शासन-प्रशासन से खुली नाली के ऊपर सीमेन्ट का चेम्बर लगाने की मांग की है ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना घटित न हो सके। वहीं नाली में गिरने से गाय घायल हो गई थी जिसके शरीर में चोटे आई है जिसका पशु चिकित्सक से जागरूक नागरिकों ने उपचार भी करवाया है।