नगर के वारासिवनी रामपायली मार्ग स्थित एफसीआई गोदाम के पास में सोमवार कि शाम करीब 5 बजे एक भीषण सड़क हादसा हो गया। जिसमें 4 लोग घायल हो गए यह हादसा दो मोटरसाइकिल की भिड़ंत से हुआ जिसमें सभी घायलों का प्राथमिक उपचार कर जिला चिकित्सालय भेजा गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह भूमेश्वर पिता गुरुप्रसाद क्षीरसागर उम्र 40 वर्ष, देवनाथ पिता भाऊलाल पटले उम्र 46 वर्ष एवं सत्यवंता पति देवनाथ पटले उम्र 42 वर्ष तीनों निवासी ग्राम पंचायत गर्रा रामपायली सुबह उक्त तीनों व्यक्ति गर्रा से वारासिवनी अपनी मोटरसाइकिल से अपने निजी कार्यों से आए हुए थे। जहां पर उनके द्वारा अपने विभिन्न निजी कार्यों को संपन्न किया गया जिसके बाद वह वापस अपने घर ग्राम गर्रा रामपायली की ओर जा रहे थे। इसी तरह शासकीय शंकर साव पटेल महाविद्यालय में वर्तमान में परीक्षा कार्य प्रारंभ है जिसमें शामिल होने के लिए लक्ष्मी प्रसाद पिता नंदकिशोर पंचेश्वर उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम पंचायत घोटी थाना लालबर्रा अपने एक मित्र के साथ आया हुआ था। जो परीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद पेपर जमा कर वापस अपने ग्राम जाने के लिए मोटरसाइकिल से निकला था तभी दोनों मोटरसाइकिल की एफसीआई गोदाम के पास जबरदस्त भिड़ंत हो गई। जिसमें चारों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए इस दौरान घटना की आवाज सुन पास में खड़े तोमेश दमाहे ने आसपास के कुछ लोगों को आवाज दी और तत्काल मौके पर पहुंचकर पानी वितरण की टाटा मैजिक को रुकवा कर नगरवासियों के सहयोग से चारों घायलों को उक्त वाहन से शासकीय सिविल अस्पताल में लाकर भर्ती किया गया। जहां पर डॉक्टर के द्वारा चारों घायलों का प्राथमिक उपचार कर उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया गया है। इस घटना में चारों के हाथ पैर सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में अंदरूनी और बाहरी चोटे आई है।
तीनों को गंभीर चोट आई है – रूपेन्द्र सोनवाने
रूपेंद्र सोनवानी ने पद्मेश से चर्चा में बताया कि उनके गांव के तीन व्यक्ति भूमेश्वर क्षीरसागर, देवनाथ पटले एवं सत्यवंता पटले अपने किसी काम से बाजार करने के लिए वारासिवनी आए हुए थे। जहां से वह वापस जा रहे थे तभी एफसीआई गोदाम के पास में उनका एक्सीडेंट हो गया जिसमें 3 लोग घायल हो गए है। वह भी वारासिवनी आए हुए थे उन्हें फोन पर सूचना मिली तो वहां सिविल अस्पताल में पहुंचकर घायलों को देखा जिन्हें गंभीर चोटें आई हैं। उनका प्राथमिक उपचार कर संजीवनी 108 की सहायता से बेहतर उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया जा रहा है।