धान की खराई में आग लगने से ६ एकड़ की फसल जलकर राख

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लालबर्रा (पद्मेश न्यूज)। जनपद पंचायत लालबर्रा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत टेकाड़ी लो. के ग्राम जंगलटोला निवासी नारायण उराड़े एवं भूमेश्वर उराड़े के खेत में रखी धान की खराई में मंगलवार की रात करीब १०.३० बजे आग लग जाने से ६ एकड़ की पूरी फसल जलकर राख हो चुकी है। वहीं इस आगजनी से दोनों किसानों को लाखों रूपये का नुकसान हुआ है जिन्होने शासन-प्रशासन से मुआवजा दिलवाने की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम जंगलटोला टेकाड़ी लो. निवासी नारायण उराड़े एवं भूमेश्वर उराड़े दोनों कृषि कार्य करते है जिनके द्वारा स्वयं की खेती के साथ ही अधिया की भी खेती की जाती है और खरीफ सीजन में धान की फसल लगाये थे। जिसकी कटाई कर मकान से कुछ दुरी पर खेत में दोनों किसानों ने करीब ६ एकड़ धान की खराई बनाकर रखे थे जिसकी गहानी कार्य करने वाले थे। वहीं गत दिवस किसान नारायण उराड़े के रिस्ते के भाई जंगलटोला (टेकाड़ी लो.) निवासी दुलीचंद लांजेवार की मृत्यु हो गई थी। जिसका मंगलवार को तेरहवीं का कार्यक्रम था और सभी लोग उक्त कार्यक्रम में थे। तभी रात करीब १०.३० बजे किसी व्यक्ति को खेत में रखी धान की खराई से धुआं निकलते एवं आग की लपटे दिखाई दी। जिसके बाद किसान नारायण उराड़े एवं भूमेश्वर को घटना की जानकारी दी गई और सभी ग्रामीणजन खेत पहुंचकर तीन मोटरपंप लगाकर पानी से आग को बुझाने का प्रयास किया परन्तु आग इतनी तेज थी कि काबू नही हो पा रही थी। जिसके बाद वारासिवनी से फायर बिग्रेड वाहन बुलाया गया परन्तु उनके पहुंचते तक करीब ६ एकड़ की पूरी फसल जल चुकी थी और फायर बिग्रेड वाहन एवं ग्रामीणजनों की कड़ी मशक्कत करने के बाद आग पर काबू पाया गया। इस तरह से धान की खराई में आग लगने से दो किसान की साल भर की कमाई जल चुकी है। जिससे उन्हे लाखों रूपये का नुकसान हुआ है और उनके समक्ष विकट समस्या उत्पन्न हो चुकी है। वहीं आगजनी का कारण अज्ञात है। पीडि़त किसानों ने बताया कि खरीफ सीजन में धान की फसल लगाये थे और इस वर्ष की फसल अच्छी थी। जिसकी कटाई कर खेत में खराई बनाकर रख दिये थे। मंगलवार को रिस्तेदारी में तेरहवीं का कार्यक्रम था। उसके बाद धान की चुराई करने वाले थे परन्तु मंगलवार की रात में मकान से १०० मीटर दुर स्थित खेत में बनी धान की खराई में आग लग गई जिससे पूरी फसल जल चुकी है। जिससे लाखों रूपये का नुकसान हुआ है और आग कैसे लगी पता नही। साथ ही यह भी बताया कि खेती बहुत कम है, दुसरे की खेती अधिया कर फसल उत्पादन लेते है जिसे विक्रय कर परिवार का पालन-पोषण करते है परन्तु पुरी फसल जल जाने से अब जीविकापार्जन करने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा इसलिए प्रशासन से मांग है कि हमें मुआवजा प्रदान करें।

फायर ब्रिगेड वाहन का अभाव, बालाघाट-वारासिवनी से बुलाना पड़ता है

आपकों बता दे कि लालबर्रा तहसील मुख्यालय के अंतर्गत ७७ ग्राम पंचायत एवं १०४ गांव है और इतना बड़ा क्षेत्र होने के बाद भी नगर मुख्यालय में फायर बिग्रेड वाहन नही होने के कारण आगजनी की घटना होने पर वारासिवनी, बालाघाट से फायर ब्रिगेड वाहन बुलवाना पड़ता है और उक्त स्थान से वाहन के आते तक आगजनी से काफी नुकसान हो जाता है। विदित हो कि तहसील मुख्यालय में विगत वर्षोंसे स्थानीयजनों के द्वारा जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों एवं शासन-प्रशासन से फायर ब्रिगेड वाहन की मांग की जा रही है परन्तु उनके द्वारा इस अतिआवश्यक सेवा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण यदि नगर मुख्यालय में या आसपास के ग्रामों में किसी तरह की कोई आगजनी की घटना घटित होती है तो उसके लिए लोगों को वारासिवनी या बालाघाट नगरपालिका के फायर ब्रिगेड पर आश्रित होना पड़ता है और जब तक फायर ब्रिगेड वाहन घटनास्थल तक पहुंचती है तब तक आग और भडक़ चुकी होती है एवं काफी नुकसान हो चुका होता है ऐसी स्थिति में लालबर्रा मुख्यालय में फायर ब्रिगेड की कमी खल रही है। क्षेत्रीयजनों ने बताया कि लालबर्रा मुख्यालय एक बहुत ही बड़ा क्षेत्र है और आये दिन आगजनी की घटनाएं घटित होते रहती है उसके बावजूद भी फायर ब्रिगेड वाहन की व्यवस्था नही किया जा रहा है जिससे क्षेत्रीयजनों में शासन-प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रीयजनों ने शासन-प्रशासन से लालबर्रा मुख्यालय में एक फायर ब्रिगेड वाहन उपलब्ध करवाने की मांग की है ताकि आगजनी की घटनाओं पर समय पर काबू पाया जा सके।

दूरभाष पर चर्चा में टेकाड़ी लो. सरपंच प्रतिनिधि झनकलाल बिसेन ने बताया कि मंगलवार की रात में ग्राम के नारायण उराड़े, भूमेश्वर उराड़े के खेत में रखी धान की खराई में आग लग जाने से पूरी फसल जल चुकी है और घटना के समय सभी लोग स्व. डुलीचंद लांजेवार के तेरहवीं कार्य में उपस्थित थे। आगजनी की जानकारी लगने के बाद किसान, ग्रामीण सभी लोग घटना स्थल पहुंचे और तत्काल फायर बिग्रेड वाहन को आगजनी की जानकारी दी गई एवं ग्रामीणों के द्वारा तीन मोटरपंप लगाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया परन्तु आग इतनी तेज थी फायर बिगेे्रड वाहन के पहुंचते तक पुरी फसल जलकर राख हो गई। श्री बिसेन ने बताया कि फसल जल जाने से दोनों किसानों को लाखों रूपये का नुकसान हुआ है, प्रशासन से मांग है कि किसानों को मुआवजा प्रदान करें एवं लालबर्रा तहसील कार्यालय में एक फायर बिग्रेड वाहन उपलब्ध करवाये ताकि क्षेत्र में आगजनी की घटना होने पर फायर बिगे्रड वाहन समय पर पहुंच सके और आगजनी पर काबू पा सके जिससे आगजनी से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है।

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