जम्मू कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोंभ के प्रभाव, उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी , अरब सागर के पश्चिमी भाग में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने और उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाओं ने बालाघाट जिले सहित संपूर्ण प्रदेश का मौसम एक बार फिर बदल कर रख दिया है। अचानक मौसम में आए इस बदलाव के चलते जिले में ठंड बढ़ गई है।शनिवार को मौसम में आए अचानक बदलाव के चलते, जिले भर में हल्की बूंदाबादी देखने को मिली, तो वही ढके मौसम के बीच दिन भर शीत लहर चलती रही। जिससे जिले में ढिढुरन बढ़ गई है।इसी बीच शनिवार का दिन इस नए साल का पहला ठंडा दिन रहा।वही तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। जिले भर में हल्की बूंदाबांदी के बीच दिन और रात 24 घंटे तक शीतलहर चलती रही, जो अब भी जारी है। मौसम में आए अचानक बदलाव के बीच मौसम विभाग ने शनिवार को नगर का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया तो वहीं नगर का न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। आपको बताएं कि वर्ष 2024 के इस पहले सीजन में शनिवार का दिन साल का पहला सबसे ठंडा दिन रहा।वहीं पहली बार न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस तक गिरा रहा।उधर मौसम विभाग ने आगामी 24 घन्टो तक मौसम के कुछ इसी तरह बने रहने और जिले भर में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई है।
ग्रामीण क्षेत्रों में सितम ढा रही ठंड,शीत लहर से कांप उठे ग्रामीण
मौसम में आए अचानक बदलाव के चलते पूरा जिला शीतलहर की चपेट में है।जिसे पिछले 2 दिनों से ठंड काफी बढ़ गई है।जहा ग्रामीण क्षेत्रों के साथ साथ शहरी क्षेत्रों में चल रही शीत हवाए सितम ढा रही है। जिसका सबसे ज्यादा असर वनांचलों में देखा जा रहा है।जानकारी के अनुसार जिले के बैहर, उकवा, मलाजखंड, बिरसा क्षेत्र में शुक्रवार से अचानक ठंड ने जोर पकड़ा है। इसके अलावा बालाघाट, वारासिवनी, खैरलांजी, लामता, परसवाड़ा के क्षेत्रों में शनिवार से कड़ाके की ठंड देखी जा रही है।वही शनिवार को मौसम में आए इस अचानक बदलाव के चलते जिले भर में हुई हल्की बूंदाबांदी और शीत लहर से पूरे जिले में ढिढुरन बढ़ा दी है।
ठंड में ठिठुर रहे राहगीर, नपा ने नहीं किया अलावा जलाने का इंतजाम
मौसम के बदले मिजाज के साथ ही ठंड अपना असर दिखा रही है। ठंड बढ़ने के साथ ही सर्द हवाएं चलने से दिन भर लोग ठिठुरते रहे।,बताया जा रहा है कि पिछले 2 दिनों से मौसम में ठंडक देखी जा रही है। लेकिन नपा ने अब तक अलावा जलाने का इंतजाम नहीं किए है। शहर के विभिन्न मार्गों, चौक चौराहों पर पूरी रात गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों, बस स्टैंड में पहुचने वाले यात्रियों ,के साथ आम लोगों को ठंड से राहत नही मिल पा रही है और वे दिन रात में कड़कती ठंड में ठिठुरने को मजबूर है।
पहले इन जगहों पर की गई थी अलावा की व्यवस्था
आपको बताए कि नगर पालिका परिषद बालाघाट द्वारा पिछली बार शहर के सार्वजनिक चौकों पर अलावा की व्यवस्था के लिए बस स्टैंड ,शासकीय चिकित्सालय, महावीर चौक ,सुभाष चौक, हनुमान चौक, दुर्गा मंदिर, रेलवे स्टेशन सहित अन्य जगहों पर लकड़ियों का वितरण कर जगह जगह अलावा जलाने के लिए लकड़ियां उपलब्ध कराई गई थी। शहर में करीब दर्जन भर स्थानों पर रात दिन अलावा जलता था।लेकिन इस बार जनवरी के शुरुवाती माह में पड़ रही कड़ाके की ठंड के बाद भी नपा ने नगर में अलावा जलाना शुरू नहीं किया गया है।वही नपा ने अभी तक अलावा जलाना तो दूर लकड़ियों तक के इंतेजाम नही किए है। जिसपर लोगो ने नपा से अलाव के इंतेजाम किए जाने की मांग की है।
राहगीरों के साथ साथ बस कर्मी/ पुलिसकर्मी, भी परेशान
मौसम में आए अचानक बदलाव और जिले भर में चल रही शीत लहर ने लोगो को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया हैं सबसे ज्यादा परेशानी शहर में नाइट गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों को होती है।जो कड़ाके की ठंड में शहर में गश्त करते हैं। इस दौरान उन्होंने आग की जरूरत पड़ती हैं, लेकिन लकड़ियां न होने के कारण पुलिसकर्मी अपने हाथ भी नहीं सेक पा रहे हैं।वही देर रात दूर दराज से बस स्टैंड आने वाले यात्री,व बस चालक परिचालकों को भी इस ठंड से राहत नही मिल पा रही है।नपा ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी अलावा के इंतेजाम करना चाहिए ताकि लोगों को ठंड से राहत मिल सके।
बदलते मौसम का सेहत पर भी असर
अचानक ही ठंड के बढऩे से लोगों की सेहत पर भी असर पड़ रहा है।अस्पताल में सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीज बढ़े हैं। वर्तमान में ओपीडी में ज्यादातर बुखार, सर्दी और गले में खराश की शिकायत वाले मरीज पहुंचे रहे हैं। अभी रोजाना जिला अस्पताल और निजी क्लिनिको में मरीज सर्दी-जुकाम, बुखार, सिर दर्द जैसी की शिकायतों के साथ आ रहे हैं।