इन दिनों नगर पालिका बालाघाट की वित्तीय स्थिति सुधारने के लिए चलाई जा रही राजस्व कि वसूली की कार्रवाई, प्रतिदिन नगर पालिका शहर में करते नजर आ रही है इसी प्रकार गुरुवार को भी शहर के चौपाटी में नगर पालिका के अमले ने चौपाटी के दुकान संचालकों से राजस्व की वसूली की, और जिन दुकान संचालक द्वारा दुकान की राशि नहीं दी गई उन दुकानों पर सील बंद की कार्रवाई की गई है, साथ ही बकायादारो के 50 नाम के बैनर फ्लेक्स भी शहर में चस्पा किए गए हैं
आपको बता दे कि नगर पालिका परिषद बालाघाट की वित्तीय हालत सुधारने के लिए जारी कवायद लगातार जारी है। प्रभारी सीएमओ दिशा डहरिया ने गुरुवार को फिर सख्ती दिखाई और कई दुकानों को कर तथा प्रिमियम राशि न चुकाने पर अपनी मौजूदगी में सील कराया। इतना ही नहीं, बकायादारों के नामों को सार्वजनिक करने की मुहिम गुरुवार को भी देखने मिली। इसके तहत शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर 50 से अधिक बकायादारों के नाम सार्वजनिक किए गए। एक तरफ प्रभारी सीएमओ के इस कदम को नपा अमले से लेकर आम लोग सराहना कर रहे हैं, तो कई लोग अपने नाम सार्वजनिक होने से नाराजगी भी जता रहे हैं। हालांकि, प्रभारी सीएमओ ने कर वसूली की इस मुहिम को आगे भी जारी रखने की बात कही है ताकि नपा की वित्तीय स्थिति को सुधारा जा सके। जानकारी के अनुसार, एक महीने से जारी कर वसूली अभियान के तहत गुरुवार तक करीब एक करोड़ रुपये वसूला जा चुका है। सीएमओ ने उम्मीद जताई कि वसूली का यह आंकड़ा आने वाले दिनों में और बढ़ेगा।
सीएमओ दिशा डहरिया ने अपनी कार्रवाई की शुरुआत कालीपुतली चौक स्थित चौपाटी से की। नगर पालिका के अधीन इस चौपाटी में दो दर्जन के आसपास दुकानें संचालित होती हैं, जहां कई दुकानदारों ने चौपाटी शुरू होने के तीन साल के दौरान न टैक्स जमा किया और न ही प्रिमियम की राशि अदा की। मामला संज्ञान में आते ही सीएमओ ने कड़ा कदम उठाते हुए नपा अमले तथा कोतवाली पुलिस के बल के साथ मौके पर पहुंचकर दुकानें सील करने की कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने मौके पर ही बकाया टैक्स व प्रिमियम की राशि जमा कराई, लेकिन जिन दुकानदारों ने ऐसा नहीं किया, उनकी दुकानें नियम के तहत सीलबंद की गई। जानकारी के अनुसार, सीएमओ के नेतृत्व में नपा अमले ने 15 दुकानें सील कीं। इन दुकानदारों पर करीब 75 लाख रुपये का बकाया है।
बंद दुकानों पर लगाया गया ताला –
चौपाटी के बाद नपा का अमला हनुमान मंदिर के पास से गुजरने वाली उस रोड पर पहुंचा, जहां नगर पालिका के कॉम्प्लेक्स में पक्की दुकानें संचालित हैं। यहां भी कई दुकानदारों द्वारा लंबे समय से ना कर चुकाया गया है और न ही प्रिमियम की राशि जमा कराई गई है। सीएमओ दिशा डहरिया की अगुवाई में पहुंची टीम ने बारी-बारी से बंद दुकानों पर ताला जड़कर उन्हें सील करने की कार्रवाई की। सीएमओ के मुताबिक, सील की गई दुकानें, सिर्फ बकाया कर व प्रिमियम चुकाने के बाद ही खुलेंगी। इसमें किसी तरह की रियायत या राहत नहीं दी जाएगी। सीएमओ ने गुरुवार को एक दिन में 35 से 40 लाख रुपये की कर वसूली का लक्ष्य रखा है। बताया गया कि कॉम्प्लेक्स में हुई कार्रवाई के दौरान एक दुकानदार ने 11 लाख से अधिक की बकाया राशि जमा कराई है।
फिर हुये बकायादारों के नाम सार्वजनिक –
तीन दिन पहले 16 बड़े बकायादारों के नाम सार्वजनिक करने की पहल के बाद नपा ने सीएमओ के निर्देश पर फिर छोटे-बड़े सभी बकायादारों के नाम फ्लैक्स के माध्यम से सार्वजनिक किए हैं। कालीपुतली चौक, हनुमान चौक, आंबेडकर चौक सहित विभिन्न स्थानों में नगर पालिका ने बकायादारों की शेष राशि, नाम, पता आदि प्रकाशित किए हैं तथा उन्हें समय पर कर चुकाने की हिदायत दी है। बुधवार शाम को चस्पा किए गए फ्लैक्स पर गुरुवार को जिसकी नजर पड़ी, उन्होंने रुककर बकायादारों के नाम पढ़े।
15 दुकानें सील की गई हैं – दिशा डहरिया
प्रभारी सीएमओ दिशा डहरिया द्वारा बताया गया कि चौपाटी में संचालित दुकान संचालकों द्वारा पर्याप्त समय मिलने के बाद भी कर व प्रिमियम की राशि जमा नहीं कराई गई थी, इसलिए 15 दुकानें सील की गई हैं। बस स्टैंड में दो दुकान संचालकों पर कार्रवाई के लिए टीम गई थी, उनके द्वारा कर चुका दिया गया है। जहां तक बकायादारों के नामों की सूची सार्वजनिक करने की बात है, ये कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।