नगर के वार्ड नंबर 28 ,बर्फ फैक्ट्री रोड स्थित गणपति मेमोरियल अस्पताल में शनिवार की सुबह उस वक्त हंगामा मच गया जब प्रसव के 48 घंटे के भीतर एक नवजात बच्चे की मौत हो गई। इस पर प्रसूता के परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा मचाया। जिसमें परिजनों ने बच्चे के जन्म के बाद से ही उसकी किसी प्रकार की जांच ना करने ,कम वजन होने पर भी बच्चे को आईसीयू में भर्ती ना करने और कई मिन्नतें करने के बाद भी किसी प्रकार का उपचार न करने की बात कहते हुए मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की।जहां परिजनों की शिकायत पर मौके पर पहुंचे सीएसपी ,कोतवाली थाना प्रभारी, सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने परिजनों को समझाइश दी, वही सीएचएमओ कार्यालय से एक टीम गठित कराकर मामले की जांच कराने और जांच में पाए जाने वाले तत्थोके आधार पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने का भरोसा दिलाया। जिसके बाद यह पूरा मामला शांत हुआ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार लालबर्रा पाथरशाही निवासी आरक्षक तुषार पटले पुलिस रक्षित केंद्र बालाघाट में पदस्थ हैं ।जिन्होंने अपनी 28 वर्षीय पत्नी वर्षा पटले को डिलीवरी के लिए 3 नवंबर कि सुबह गणपति मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां उसी दिन सुबह 11 बजे उनकी पत्नी वर्षा पटले ने सीजर आपरेशन से एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया था। जिसका वजन 1 किलो 800 ग्राम था। चिकित्सकों ने डिलीवरी के बाद प्रसूता के परिजनों को बच्चे का वजन कम होने की जानकारी दी थी, वही बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ होने की बात कही थी। परिजनों के मुताबिक जन्म के बाद से ही वहां के चिकित्सकों ने बच्चे का कोई उपचार नहीं किया और 48 घंटों तक बच्चे का किसी प्रकार का चेकअप नही किया गया। जहां परिजनों ने कई बार वजन कम होने की बात कहते हुए नवजात बच्चे को आईसीयू में भर्ती कराने की मिन्नतें की, लेकिन चिकित्सक नहीं माने जिन्होंने बच्चे की जांच तक नहीं की और शनिवार की सुबह अचानक बच्चे की मौत हो गई। जिस पर परिजन नाराज हो गए और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा मचाया और इसकी शिकायत डायल हंड्रेड कर तुरंत पुलिस को दी। उधर मामले की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही की लेकिन बच्चे के परिजन नहीं माने और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ तुरंत कार्यवाही किए जाने की मांग पर अड़े रहे और हंगामा मचाने लगे। उधर हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे नगर पुलिस निरिकक्षक अंजुल अयंक मिश्रा, थाना कोतवाली प्रभारी कमल सिंह गहलोत सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने अस्पताल पहुंचकर हालात का जायजा लिया और मृतक नवजात बच्चों के परिजनों के बयान दर्ज किए, वही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडे से दूरभाष पर चर्चा कर मामले की जांच के लिए एक टीम का गठन किए जाने की बात कही। वही अस्पताल प्रबंधक डॉ अविनाश सहारे को मौके पर बुलाकर आवश्यक पूछताछ की गई ।जिसके उपरांत पुलिस ने मामले में वैधानिक कार्यवाही किए जाने का भरोसा दिलाया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
8 माह के भीतर परिवार में परिवार में दूसरी गमी
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरक्षण तुषार पटेल के पिता लक्ष्मी प्रसाद पटले एसआई के पद पर पदस्थ थे। जिनकी 8 माह पूर्व ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी। अभी परिवार स्वर्गीय पटले की मौत से उभरा भी नहीं था कि 8 माह बाद तुषार पटले के नवजात पुत्र की जन्म के 48 घंटे के भीतर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तुषार और वर्षा पटले की यह पहली संतान थी, जहां पहली डिलीवरी में ही नवजात बच्चे की मौत हो गई। जहां 8 माह के भीतर ही परिवार में दो गमी होने से परिजनों में शोक का माहौल निर्मित है।
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान आरक्षक तुषार पटले और उनके परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही किए जाने की मांग की है