हाल ही में नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा हाल ही जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में वर्ष 2022 में नवजातों को फेंकने के सबसे ज्यादा मामले मध्यप्रदेश में होना सामने आए है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2022 में जहां देश में नवजातों को उनकी मां या अन्य स्वजन द्वारा फैंकने के देशभर में 818 मामले हुए है, जिनमें मध्यप्रदेश में 174 मामले शामिल है। इस वर्ष भी नवजातों को फेंकने के मामले आ रहे हैं।
रतलाम जिले के बड़ावदा थाना क्षेत्र के ग्राम खेरोदा के बाहर के क्षेत्र में झाड़ियों के पास 9 दिसंबर की सुबह करीब 11 बजे नवजात बालिका के शरीर का आधा हिस्सा क्षत-विक्षत मिला। पुलिस के अनुसार ग्रामीणों ने ग्राम खेरोदा के बाहर झाड़ियों के समीप नवजात बालिका का आधा हिस्सा मिला, जो कुत्ते नोच कर लाए थे।
नवजात के शरीर का हिस्सा पड़ा था
जितेंद्रसिंह नामक युवक ने नवजात के शरीर का हिस्सा झाड़ियों के पास पड़ा होने की सूचना पुलिस को दी। थाना प्रभारी रेखा चौधरी अन्य पुलिस अधिकारियों व जवानों के साथ मौके पर पहुंची और घटना स्थल की जांच की। वहां बालिका का कमर से नीचे से लेकर पैरों तक का हिस्सा पड़ा हुआ था।
नहीं मिला ऊपरी भाग
आसपास तलाश करने पर ऊपरी भाग नहीं मिला। शव के हिस्से का पोस्टमार्टम कराने के बाद दफन करवा दिया गया।
मंदसौर के थानों से भी मांगी जानकारी
पुलिस ने खेरोदा गांव में तलाश की कि कहीं गांव की ही किसी महिला का तो बच्चा नहीं है, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली।
जानकारी मांगी
बालिका के संबंध में रतलाम जिले के सभी थानों व मंदसौर जिले के पुलिस थानों पर भी सूचना भेजकर जानकारी मांगी गई है। गांव में किसी महिला के बच्चे के जन्म देने की जानकारी पुलिस को नहीं मिली है। इससे यह माना जा रहा है कि किसी अन्य गांव से या कहीं दूर तक बालिका का शव वहां ले जाकर फेंका गया है। बालिका का पूरा शरीर फेंका गया था या आधा। यह पता नहीं चल पाया है। पुलिस जांच कर रही है।