‘नशे और ड्रग्स की लत शहर की संस्कृति को…’, बीजेपी विधायक ने इंदौर नाइट कल्चर पर रोक लगाने की मांग की

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इंदौर के नाइट कल्चर का चारों तरफ विरोध हो रहा है। इसको लेकर अब बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखा है। शुक्ला ने नाइट कल्चर पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि इंदौर की संस्कृति को बचाने के लिए इस पब कल्चर (नाइट कल्चर) पर रोक लगाएं। साथ ही पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश दें कि वे इंदौर में सराफा के अलावा अन्य सभी व्यवसायिक गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखें। डिस्को, पब, बार जैसे प्रतिष्ठानों को एक निर्धारित समय के पश्चात आवश्यक रूप से बंद करवाएं, ताकि इंदौर की जनता अपने शहर में शांति और सुकून के साथ रह सके।

बता दें कि इससे पहले नाइट कल्चर को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, वर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री उषा ठाकुर, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सवाल उठाए थे। इंदौर में तेजी से बढ़ते अपराधों पर बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को लेटर लिखा है। पिछले एक सप्ताह के दौरान शहर में कई बड़ी आपराधिक घटनाओं से चिंतित विधायक ने इसके लिए नाइट कल्चर को जिम्मेदार बताया है। पत्र में उन्होंने नाइट कल्चर पर रोक लगाने की मांग की है।

लेटर में क्या लिखा

गोलू शुक्ला ने लेटर में लिखा है कि इंदौर शहर प्राचीन धार्मिक विरासत, समृद्ध शाली इतिहास और सांस्कृतिक गौरव का शहर है। पिछले कुछ वर्षों में इंदौर ने विकास के नए आयाम गढ़े हैं। कला संस्कृति धर्म, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में इंदौर महती भूमिका निभा रहा है। हमारा शहर म.प्र. के शैक्षणिक विकास का केंद्र बनकर उभरा है और पूरे प्रदेश से बच्चे यहां अध्ययन हेतु आते हैं। किंतु अपराध जगत के लोग इन्ही मासूमों को अपना शिकार बनाकर इन्हें नशे और ड्रग्स की लत लगाकर इंदौर शहर की संस्कृति को खराब करने में लगे हुए है। पिछले कुछ वर्षों से इंदौर में बार और पब (नाइट कल्चर) काफी मात्रा में खुले है, जिसके कारण इन जगहों पर युवा वर्ग का आवगमन भी बढ़ा है और नशे के शिकार होकर वाद-विवाद, छेड़खानी और लूट पाट की घटनाओं में भी वृद्धि हो रही है। हमारा इंदौर इस नाइट कल्चर का अभ्यस्त नहीं है। इंदौर का नागरिक वर्षों से सराफा में पूरी रात खाने खिलाने का आनंद उठा हा रहा है, किंतु कोई आपराधिक घटना नहीं हुई। इस पब कल्चर के कारण इंदौर शहर की छवि धूमिल होती जा रही है और अपराध की घटनाओं में बढ़ोतरी होती जा रही है।

विजयवर्गीय ने ड्रग्स को लेकर भी खड़े किए थे सवाल

दरअसल, शहर को व्यवसायिक रफ्तार देने के लिए कुछ समय पहले इंदौर में नाइट कल्चर की शुरुआत की गई थी। इसके तहत राजीव गांधी चौराहे से देवास नाके तक 100 मीटर के दायरे में व्यावसायिक गतिविधि संचालित करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन इसके दुष्परिणाम कुछ समय से नजर आ रहे हैं। इस पर पिछले दिनों कैलाश विजयवर्गीय ने जनप्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा था की मैं नाइट कल्चर का घोर विरोधी हूं। नाइट कल्चर कभी इंदौर की संस्कृति हुआ करता था। इंदौर के सराफा में हम हमारे पिताजी और मामा जी के साथ रबड़ी खाने जाया करते थे। वहां शहर के कई बड़े लोग भी पहुंचते थे, लेकिन कभी नाइट कल्चर पर कोई सवाल खड़े नहीं हुए। अब नाइट कल्चर के कारण कई युवा संक्रमित हो रहे हैं। मैं नाइट कल्चर का घोर विरोधी हूं। विजयवर्गीय ने इंदौर में बिक रहे ड्रग्स को लेकर भी सवाल खड़े किए थे।

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