वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत सिकंद्रा के नदीटोला ,कॉलेज टोला एवं थानेगांव सहित महदोली मार्ग पर स्थित किसानी को नहर की सुविधा होने के बाद भी पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जहां आने वाली नहर में बीते ३ वर्षों से पानी नहीं आ पा रहा है जिससे किसान बारिश और सक्षम किसानों के द्वारा अपने खेतो में बोरवेल के बलबूते अपनी खेती की जा रही है। परंतु उन्हें नहर से एक बूंद पानी नहीं मिलने के बाद भी पूरे रुपये देने पड़ रहे हैं ,क्योंकि नहर उनके खेतों के पास से गया हुआ है जिसको लेकर किसानों के अंदर काफ ी आक्रोश व्याप्त है। वहीं यह नहर की साफ सफ ाई बीते करीब ४ वर्ष से अधिक का समय हो गया है जो नहीं की गई है और ना ही किसी प्रकार की मरम्मत कार्य किया गया है। ऐसे में यह नहर नाली के रूप में बदल गई है जिसके अंदर मिट्टी घास एवं झाडिय़ां उग चुकी है। स्थिति यह है कि जिस किसान के खेत में यह नहर गई है उस तक पानी प्राप्त नहीं है ,इस प्रकार की समस्या से लगातार किसान परेशान हो रहे हैं। जिनके अंदर सिंचाई विभाग को लेकर आक्रोश व्याप्त है जो हर बार विभाग से व्यवस्था बनाकर पानी अंतिम छोर तक पहुंचाने की मांग की जाती है। परंतु हर बार आश्वासन के अलावा कोई जमीनी कार्य विभाग के द्वारा नहीं किया गया है। इसी का परिणाम है कि सिंचाई के पानी से नहर होने के बावजूद किसान वंचित बने हुए हैं। खरीफ का मौसम प्रारंभ होते ही बारिश की भी आमद चालू हो गई थी समय समय पर बारिश ने किसानों को साथ दिया हर कोई किसान के द्वारा खेतों में परहा कार्य पूर्ण कर लिया गया है। किंतु खेतों में जमा पानी अब खत्म हो गया है केवल जमीन की नमी बची हुई है ऊपर से यह तेज कडक़ती धूप लोगों को परेशान कर रही है कि जल्द ही जमीन की नमी भी खत्म हो जाएगी तो क्या होगा। ऐसे में वह ईश्वर से बारिश होने की प्रार्थना कर रहे हैं यदि इन्हें नहर से पानी मिल जाता तो इन्हें इतनी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता। हालांकि कुछ किसानों के द्वारा नदी से पानी मोटर पंप से लिया जा रहा है किंतु अधिकांश किसानों की लंबी दूरी होने से वह बारिश के भरोसे खेती कार्य कर रहे हैं।
नहर की हालत बहुत जर्जर है जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी भूल चुके है- अहमद कुरैशी
किसान फ हीम अहमद कुरैशी ने बताया कि नहर का पानी नहीं मिल रहा है स्थिति काफ ी खराब है नहर की हालत बहुत जर्जर है। यहां किसी का ध्यान नहीं है जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी भूल चुके हैं पानी का पैसा लेने गाड़ी घूमती है वसूली करती है कुर्की बताते हैं पानी का पैसा लेते हैं। वारासिवनी से सिकंद्रा की दूरी ३ किलोमीटर है बड़ी नहर से ३ किलोमीटर पानी नहीं आ रहा है नहर की स्थिति समझ सकते हैं। आगे ६ किलोमीटर और लंबी नहर है मेरे खेत किनारे नहर है पर उसमें पानी नहीं है तकरीबन डेढ़ किलोमीटर तक पानी आता होगा। बचपन से हम यहां खेती कर रहे हैं बीते ३ वर्ष से हमने पानी नहीं देखे हैं अभी तेज धूप तप रही है अब जमीन सुखेगी।
पंचायत चुनाव के पहले की थी नहर की सफ ाई उसके बाद से नही मिल रहा पानी-रविशंकर मानेश्वर
किसान रविशंकर मानेश्वर ने बताया कि यहां पर सभी किसानों को बहुत अधिक समस्या झेलनी पड़ रही है। पानी नहीं होने से जमीन फ टने लगी है बारिश जो हुई थी उसका पानी खेतों में जमा हुआ था और निकल गया है। हमारे पास सिंचाई का व्यक्तिगत साधन भी है परंतु बिजली उसमें बड़ी बाधा बनी हुई है उससे भी खेतों में पर्याप्त सिंचाई नहीं हो पा रही है। हमारे खेत की भूमि पर नहर है नाली का स्वरूप हो गया है पानी नहीं है कहीं जगह फू ट गई है घास उग गई है। अधिकारी पैसा लेने आते हैं उन्हें बोलो तो कर देंगे कहते हैं आश्वासन मिलता है। ४ वर्ष से दिक्कत है चुनाव के पहले नहर की सफ ाई की गई थी उसके बाद पटेल टोला में पानी आता है कॉलेज टोला नदी टोला में नहीं आता और आगे थानेगांव तक पानी नहीं है।