समर्थन मूल्य पर बेचे गए धान की खाते में आई रकम चिटफंड कंपनी द्वारा काटे जाने से नाराज एक किसान ने कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। जिसे गंभीर अवस्था में उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला जिला मुख्यालय से करीब 13 किलोमीटर दूर हट्टा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम पाथरी का बताया गया है। जहां 25 हजार रु लोन के एवज में किसान के खाते में आई 1 लाख 85 हजार रु की रकम काटे जाने से नाराज पाथरी निवासी 35 वर्षीय किसान नरेश पिता मदन नगपुरे ने मानसिक तनाव मे आकर कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया । जिसका गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में उपचार जारी है। जहां किसान की हालत फिलहाल नाजुक बताई गई है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पाथरी निवासी किसान नरेश नगपुरे की एक 5 और एक 3 वर्ष की दो बेटियां हैं जहां भाइयों का आपसी बटवारा होने के बाद नरेश अपनी 60 वर्षीय मां तीजा बाई नगपुरे के साथ रहता है। नरेश की लगभग ढाई एकड़ जमीन है जो किसानी के साथ-साथ मजदूरी का कार्य करता है। बताया जा रहा है कि कुछ वर्ष पूर्व नरेश की मां तीजा बाई ने हनुमान चौक मे संचालित एक चिटफंड कंपनी से 25 हजार रु का लोन उठाया था जहां वर्ष 2019 के लॉकडाउन के पूर्व उनके द्वारा लोन की आधी से अधिक रकम एजेंट के माध्यम से कंपनी में जमा करा दी गई थी, जिसकी तीन से चार किस्त जमा करना शेष रह गया था। बताया गया कि लॉकडाउन के समय हनुमान चौक में संचालित उक्त चिटफंड कंपनी का एजेंट, किसानों का पैसा कंपनी में जमा कराए बगैर ही भाग गया था। जिसके विरोध मे क्षेत्रीय किसानों ने हनुमान चौक में धरना प्रदर्शन भी किया था। जिसके बाद कंपनी भी अन्य किसानों का पैसा लेकर बिना बताए ऑफिस बंद कर भाग गई थी, इस बात को बीते करीब दो-तीन वर्ष हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि नरेश की मां तीजा बाई का बैंक खाता आधार कार्ड के माध्यम से उक्त कंपनी से जुड़ा हुआ था। जहां पिछले दिनों गांव के तीन चार किसानों ने नरेश के साथ मिलकर अपनी धान समर्थन मूल्य पर बेची थी, जिसकी रकम 1 लाख 85 हजार रु तीजा बाई के खाते में आई थी। उक्त रकम को निकालकर किसान दी गई धान के मुताबिक आपसी बटवारा करने वाले थे, जहाँ तीजा बाई के खाते में आई समर्थन मूल्य पर बेची गई धान की वह रकम, उक्त चिटफंड कंपनी ने ऑनलइन काट ली।जिसकी जानकारी लगते ही किसान नरेश मानसिक तनाव में आ गया और उसने घर पर कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। जहां कीटनाशक का सेवन करने से उसकी तबीयत खराब हो गई उसे उल्टी होने लगी और चक्कर आने लगे। जिसपर उनके परिजन उसे उपचार के लिए गांव के एक चिकित्सक के पास ले गए। जहां गांव के चिकित्सक ने उन्हें जिला अस्पताल भिजवा दिया। जिस पर उसके परिजनों ने रविवार देर शाम उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया है जहां उसका उपचार जारी है।










































