निलंबित सांसदों का धरना खत्म, कांग्रेस के बाद कई विपक्षी दलों ने किया मॉनसून सत्र का बहिष्कार

0

नई दिल्ली : राज्यसभा के सभी आठ निलंबित सांसदों ने अपना धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया है. इसके साथ ही कांग्रेस ने पूरे मानसून सत्र के बहिष्कार का ऐलान किया. कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों ने राज्यसभा का वॉकआउट किया है. कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), डीएमके, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), आम आदमी पार्टी (आप), वामदल, आरजेडी, टीआरएस और बीएसपी ने भी कार्यवाही का बहिष्कार किया है.

राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जब तक उच्च सदन के आठ सदस्यों का मानसून सत्र की शेष अवधि से निलंबन वापस नहीं लिया जाता तब तक विपक्ष कार्यवाही का बहिष्कार करेगा. कई विपक्षों दल कांग्रेस की इस मांग पर उसके साथ आ गए हैं.

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने कहा, ‘मैं सदन का वरिष्ठ सदस्य हूं. मैंने जो कुछ भी सदन में हुआ था, उसके लिए माफी भी मांगी थी लेकिन मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. मैंने इससे खुद को बहुत अपमानित महसूस किया. मेरी पार्टी ने इस पूरे सत्र का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.’

राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा कि जब तक उच्च सदन के आठ सदस्यों का मानसून सत्र की शेष अवधि से निलंबन वापस नहीं लिया जाता तब तक विपक्ष कार्यवाही का बहिष्कार करेगा. शून्यकाल के बाद आजाद ने उच्च सदन में यह भी मांग की कि सरकार को ऐसा विधेयक लाना चाहिए जो यह सुनिश्चित करे कि निजी कंपनियां सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम दाम में किसानों का अनाज न खरीदे.

आजाद ने सरकार से कहा कि सरकार को स्वामीनाथन फार्मूले के अनुसार, समय समय पर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करते रहना चाहिए. आजाद ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार के अंतर तालमेल का अभाव है. एक दिन पहले ही कृषि विधेयकों पर पूरी चर्चा एमएसपी पर केंद्रित रही और उसके एक दिन बाद सरकार ने कई फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा कर दी.

राज्य सभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने कहा, ‘मैं सदस्यों के निलंबन से खुश नहीं हूं. यह कार्रवाई उनके आचरण के चलते की गई है. हम किसी भी सदस्य के खिलाफ नहीं है. हम विपक्ष के सदस्यों से अपने निर्णय पर विचार करने, आत्मचिंतन करने और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लेने की अपील करते हैं.’

गौरतलब है कि रविवार को सदन में अमर्यादित आचरण करने को लेकर तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन और आप के संजय सिंह सहित विपक्ष के आठ सदस्यों को सोमवार को मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया. संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने रविवार को कृषि विधेयकों पर चर्चा के दौरान हुए हंगामे में असंसदीय आचरण को लेकर विपक्ष के आठ

सदस्यों को मौजूदा सत्र के शेष समय के लिए निलंबित किए जाने का प्रस्ताव कल पेश किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी.निलंबित किए गए सदस्यों में कांगेस के राजीव सातव, सैयद नजीर हुसैन और रिपुन बोरा, तृणमूल के ब्रायन और डोला सेन, माकपा के केके रागेश और इलामारम करीम व आप के संजय सिंह शामिल हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here