नेपोटिज्म को लेकर Urmila Matondkar का बॉलीवुड पर कटाक्ष, बोलीं- अवॉर्ड छोड़ो, ‘सत्या’ को नॉमिनेशन तक नहीं मिला

0

बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर की गैंगस्टर-ड्रामा फिल्म ‘सत्या’ की रिलीज को 25 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर एक्ट्रेस ने उन दिनों को याद करते हुए नाराजगी जताई है। साथ ही ‘फेवरटेज्म’ और ‘भाई-भतीजावाद’ के बारे में भी बात की। फिल्म के लिए कोई अवॉर्ड या सम्मान न दिए जाने पर उन्होंने गुस्सा जाहिर किया। मालूम हो, ‘सत्या’ में मनोज बाजपेयी, परेश रावल, शेफाली शाह से लेकर कई दमदार अभिनेता थे। फिल्म की काफी तारीफ हुई थी।

Urmila Matondkar ने साल 1998 में राम गोपाल वर्मा द्वारा निर्देशित Satya Movie में ‘विद्या’ किरदार को निभाया था। अपने रोल से जुड़ी यागदार तस्वीरों को उन्होंने ट्विटर पर शेयर किया और बॉलीवुड की सबसे बड़ी बहस नेपोटिज्म को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी

एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा, ‘सत्या को 25 साल हो गए हैं। उस समय शानदार ग्लैमरस करियर के शिखर पर होने के बावजूद सीधी-सादी, भोली-भाली लड़की विद्या का किरदार निभाया था। लेकिन नहीं, इसका ‘अभिनय’ से क्या लेना-देना है। कोई पुरस्कार नहीं, यहां तक कि नॉमिनेशन तक नहीं। तो, इसलिए चुप-चाप बैठ जाओ। मुझसे फेवरेज्म (पक्षपात) और नेपोटिज्म के बारे में बात मत करो.. बस यूं ही कह रही हूं।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here