नवरात्रि के 5 दिन बीत जाने के बाद अब धीरे-धीरे दुर्गा पंडालों मंदिरों और सड़कों पर मां दुर्गा की प्रतिमा के दर्शन करने वाले लोगों की तादाद दिखाई देने लगी है।
21 अक्टूबर को नवरात्रि का पांचवा दिन पंचमी तिथि को स्कंदमाता की अराधना की गई। भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय को स्कंद के नाम से भी जाना जाता है। भगवान स्कंद को माता पार्वती ने प्रशिक्षित किया था, इसलिए मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप को स्कंदमाता कहते हैं।
आपको बताये की नवरात्रि के छठे दिन मां दुर्गा के स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा की जाती है, जो कि इस बार 22 अक्टूबर को है। मान्यता है कि मां कात्यायनी की पूजा करने से शादी में आ रही बाधा दूर होती है।