पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी अधिकारियों द्वारा बनाए गए संयुक्त मोर्चे के आव्हान पर 22 जनवरी को एकदिवसीय हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा तो सभी कर्मचारी अधिकारी धरना प्रदर्शन और हड़ताल में मशगूल दिखाई दिए।
पूर्व की तरह पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगाया गया, की कार्य के लिए कर्मचारियों पर बहुत अधिक दबाव बनाया जा रहा है। लगातार कर्मचारी अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई हो रही है। जिससे सभी बहुत अधिक मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। इसी बात के विरोध स्वरूप 22 जनवरी को धरना प्रदर्शन एवं हड़ताल की गई।जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी उमा माहेश्वरी ने बताया कि जिले के भीतर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। नतीजा जिला ए प्लस कैटेगरी में है लगातार वरिष्ठ स्तर से विभिन्न संचालित योजनाओं के लिए टारगेट दिया जाता है। उसी आधार पर जिला स्तर पर कर्मचारी अधिकारियों को काम आवंटित किया जाता है।