पटवारी परीक्षा में हुई धांधली को लेकर जिले के पटवारी अभ्यर्थियों ने जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

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एनइवाईयू नेशनल एजुकेशन यूथ संघ द्वारा जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा गया जिसमें पटवारी परीक्षा की नियुक्ति को तत्काल रोकने तथा पटवारी परीक्षा की जांच को सार्वजनिक करने एवं पटवारी परीक्षा के नए सिरे से एसआईटी गठित करने एवं भर्ती के संबंध में एनइवाईयू नेशनल एजुकेशन संघ के द्वारा जिला कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा को एक ज्ञापन दिया गया है ,जिसमें उन्होंने भर्ती परीक्षा रोकने तथा उनकी विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग की है और यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वह जिला स्तर पर हड़ताल करने की उनके द्वारा चेतावनी भी दी है

आपको बता दे की पटवारी अभ्यर्थियों के द्वारा बताया गया कि ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 पटवारी परीक्षा मार्च-अप्रैल 2023 में आयोजित की गई, जिसके परिणाम आने पर फर्जीवाड़ा का संदेह उत्पन्न हुआ, परिणाम स्वरुप छात्रों द्वारा 13 जुलाई 2023 को मध्यप्रदेश के समस्त जिलों में आंदोलन किया गया था जिसमे छात्रों की मांगों को ध्यान में रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नियुक्तियों पर रोक लगाते हुए एक सदस्यीय जस्टिस राजेंद्र वर्मा समिति गठित की। और अभी हाल ही में जांच समिति की रिपोर्ट को बिना सार्वजनिक किये सरकार द्वारा नियुक्ति का निर्णय लिया गया है जिससे इस परीक्षा से जुड़े लाखों अभ्यर्थियों के मन में शंका उत्पन्न हो गई है। इसलिए सभी अभ्यर्थियों यह मांग कर रहे है कि नियुक्तियों पर तत्काल रोक लगाते हुए जाँच को सार्वजानिक किया जाए उसके साथ ही नए सिरे से मध्यप्रदेश के मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की SIT गठित की जाये क्योंकि यह परीक्षा ऑनलाइन थी इसलिए इसकी जाँच बिना तकनीकी विशेषज्ञों से होना असंभव है। और इसके अतिरिक्त भर्तियों से संबंधित युवाओं की अन्य मांगें भी है जैसे MPSI के 2000 पदों पर जल्द भर्ती की जाये। MPESB द्वारा आयोजित मंडी इंस्पेक्टर, लेबर, इंस्पेक्टर, महिला पर्यवेक्षक एवं अन्य परीक्षाओं के सभी रिक्त पद का कैलेंडर जारी कर भरे जायें। केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये नकल विरोधी कानून को मध्यप्रदेश में तत्काल लागू किया जाए। MPESB की परीक्षाएँ प्रतिष्ठित कंपनी (TCS जैसी) से आयोजित की जायें। MP कांस्टेबल एवं MPESB द्वारा आयोजित सभी परीक्षाओं के रुके हुए परिणाम अतिशीघ्र जारी करके नियुक्ति दी जाये। अभ्यर्थी अंकित बिसेन और मनीष द्वारा बताया गया कि वह भी एक अभ्यर्थी है और उन्होंने भी पटवारी परीक्षा की तैयारी की थी और उन्होंने भी पटवारी की परीक्षा दी थी जिसके रिजल्ट आने के बाद पटवारी परीक्षा में भारी धांधली हुई थी और उसका विरोध भी उनके द्वारा किया गया था और उसमें एक कमेटी गठित हुई थी, किंतु जिस प्रकार से भर्ती में तकनीकी त्रुटि हुई थी, किंतु जो जाँच समिति बनी थी उसमें कोई भी तकनीकी सदस्य नहीं था और इस वजह से बिना तकनीकी सदस्य के ही भर्ती परीक्षा की जांच को क्लीन चिट दे दी गई, जिस वजह से वह आज कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपने पहुंचे थे और वह चाहते हैं कि उस परीक्षा में हुई धांधली की सीबीआई जांच हो और यदि ऐसा नहीं होता तो उसे भर्ती परीक्षा को तत्काल निरस्त किया जाए , उन्होंने यह भी बताया कि 19 फरवरी को मध्य प्रदेश के सभी जिलों में पटवारी अभ्यर्थियों द्वारा ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम किया गया है

कलेक्टर कार्यालय में नारेबाजी से पहुंची पुलिस –

जैसे ही पटवारी अभ्यर्थियों द्वारा नारे लगाते हुए कलेक्टर परिसर में पहुंच गया उसके बाद ही मेन गेट पर कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा पटवारी अभ्यर्थियों को रोका गया, किंतु पटवारी अभ्यर्थियों द्वारा नारे लगाते हुए कलेक्टर कार्यालय के परिसर के अंदर पहुंच गए और वह कलेक्टर परिसर के अंदर ही जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे इसके बाद चल रही टी.एल की बैठक और काम कर रहे कलेक्टर कार्यालय में अधिकारी कर्मचारी सभी हले को सुनकर बाहर आ गए एवं अत्यधिक नारेबाजी से कलेक्टर कार्यालय में चल रही बैठक भी प्रभावित हुई जिसके बाद कोतवाली थाने से पुलिस अधिकारी पहुंच गए और नारेबाजी कर रहे पटवारी अभ्यर्थियों को समझाइए दी गई और ज्ञापन देने के बाद मामले को शांत करवाया

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