बालाघाट जिलेवासियों के भीतर विदेश जाने से पहले बनाए जाने वाले पासपोर्ट बनाना जैसे स्टेटस सिंबल बन गया है। इस बात की बानगी बीते 6 महीने के दौरान दिखाई दी जब कोरोना काल की वजह से अधिकांश विदेश जाने वाली फ्लाइट बंद थी। बावजूद इसके बहुत कम अवधि में भी लोगों ने भविष्य की योजना या स्टेटस सिंबल को ध्यान में रखते हुए पासपोर्ट बनाने में रुचि दिखाई।
डाकघर स्थित पासपोर्ट शाखा से मिली जानकारी के अनुसार जिले के भीतर 4 मार्च 2018 से पासपोर्ट बनाने का काम शुरू हुआ है हालांकि उस समय सब कुछ सामान्य था। जिस कारण 20 मार्च 2020 तक 2 वर्ष के अंतराल में 4 हजार 3 सौ 4 लोगों ने पासपोर्ट बनवाए। अमूमन हर साल 2000 पासपोर्ट बने।21 मार्च 2020 को कोरोना संक्रमण के कारण किए गए लॉकडाउन की वजह से 20 अगस्त 2020 तक पासपोर्ट बनाने का काम बंद रहा। पर जैसे ही यह कार्यालय खुला जिले वासियों ने पासपोर्ट बनाने में बहुत अधिक फुर्ति और रुचि दिखाई। नतीजा बीते वर्ष की तरह चंद महीने में ही 525 पासपोर्ट बनवा लिए।