दो साल बाद देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (देअवीवी) इस सत्र में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा करवाने जा रहा है। डाक्टरल एंट्रेंस टेस्ट (डीईटी) को लेकर विश्वविद्यालय ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। पीएचडी गाइड और खाली सीटों की सूची जारी हो चुकी है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड इस सूची में सबसे ज्यादा प्रबंधन और वाणिज्य की सीटें रिक्त है। उम्मीद जताई जा रही है कि दिसंबर या जनवरी के बीच परीक्षा हो सकती है, जबकि कुलपति डा. रेणु जैन ने दिसंबर अंतिम सप्ताह की प्रवेश समिति को डेडलाइन दी है।
दिसंबर 2019 के बाद विश्वविद्यालय ने डीईटी नहीं करवाई है। यूजीसी के नियमानुसार सालभर में दो मर्तबा पीएचडी की परीक्षा करवाना है। मगर बीते साल संक्रमण के चलते आफलाइन डीईटी करवाना संभव नहीं था। सत्र 2020-21 को जीरो ईयर घोषित कर दिया है, लेकिन पीएचडी करने वाले उम्मीदवार काफी परेशान हुए। मामले में कुलपति से भी मुलाकात की। इसके बाद अक्टूबर में शैक्षणिक विभाग ने प्रत्येक विभाग से गाइड और सीटों का ब्यौरा मांगा। दिवाली बाद विभागों से जानकारी मिल चुकी है। करीब 31 विषय में सीटें खाली है, जिसमें 221 प्रबंधन और 209 वाणिज्य शामिल है। जबकि कुछ विषयों में एक भी सीट व गाइड नहीं है। डिप्टी रजिस्ट्रार आरके बाघेल का कहना है कि डीईटी के लिए जल्द ही रजिस्ट्रेशन शुरू किए जाएंगे।
आफलाइन होगी परीक्षा
संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय ने डीईटी की आफलाइन परीक्षा करवाना तय किया है। अधिकारियों का कहना है कि पीएचडी में परीक्षार्थियों की संख्या अधिक नहीं रहती है। इसके चलते आनलाइन करवाना थोड़ा खर्चीला है। यही वजह है कि केंद्र प्रत्येक विभाग को बनाया जाएगा। जहां शारीरिक दूरी का पालन किया जाएगा।
इन विषयों में सीटें
– जूलॉजी : 81
– मैनेजमेंट : 221
– कामर्स : 209
– केमेस्ट्री : 10
– राजनीतिक शास्त्र : 12
– फिजिक्स : 50
– फार्मेसी : 11
-गणित : 10
– लाइफ साइंस : 14
– लॉ : 8










































