वारासिवनी क्षेत्रान्र्तगत लालबर्रा, रामपायली, बालाघाट व ग्राम पंचायत तुमाड़ी स्थित वेयर हॉऊस के सामने धान ले जाने के लिये खड़े हो रहे ट्रक अब आवागमन को बाधित कर रहे है। जिसकी वजह से कई मर्तबा लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे है। ऐसे में इन मार्गो से सफर करने वाले लोगों ने इन ट्रकों की खड़े होने की उचित व्यवस्था बनवाये जाने की मांग की है। इन स्थानों में काफी संख्या में वेयर हाऊस स्थित है जहां काफी मात्रा में धान का भंडार है। ऐसे में ट्रकों द्वारा यह धान पीडीएस चॉवल हेतु उपयोग की जाती है जिसकी वजह से यह स्थिति निर्मित हो रही है।
धान परिवहन करने आ रहे ट्रक – ओमप्रकाश
इस संबंध में पद्मेश से चर्चा करते हुये ओमप्रकाश मदनकर ने बताया कि मार्ग काफी सकरा है। ऐसे में तुमाड़ी, बालाघाट रोड़, रामपायली रोड़, लालबर्रा रोड़ स्थित वेयर हाऊस में धान का परिवहन करने के लिये ट्रकों की लंबी कतार लग जाती है। जिसकी वजह से आवागमन में काफी प्रभाव पड़ता है। ऐसे में हम शासन प्रशासन से मांग करते है कि ट्रक सड़क में न होते हुये किसी उचित स्थान पर खड़े किये जाये।
दुर्घटनाओं को मिल रहा बल – छोटेलाल पटले
वही छोटेलाल पटले ने बताया कि यह समस्या अभी की नही है काफी लंबे समय से यह समस्या बनी हुई है। आये दिन ट्रक खड़े होने की वजह से बारिश के मौसम में दुर्घटनाओं को बल मिल रहा है। यह सड़के प्रधानमंत्री सड़क योजना अंर्तगत बनाई गई है जिसकी वजह से सड़क की चौड़ाई अधिक नही है। ऐसे में सड़क दुर्घटना होने के काफी संदेश मिल रहे है। लोग कार्य से जब घर लौटते है तो हमेशा पानी गिरने के कारण इन ट्रकों की वजह से दुर्घटना का शिकार हो रहे है।
स्थाई हल निकाला जाये – जितेन्द्र नंदनवार
इसी तरह ग्रामीण जितेन्द्र नंदनवार ने पद्मेश को बताया कि ट्रकों कई कई दिन पीडीएस चॉवल राईस मिल ले जाने के लिये कई कई दिन खड़े रहते है। ऐसे में सड़क मार्ग से यातायात पर काफी व्यवधान उत्पन्न होता है। वही सड़क की क्षमता अनुरूप धान नही भरी जाती है जिसके कारण सड़क में जगह जगह गड्डे तक हो गये है। ऐसे में शासन प्रशासन को इस समस्या का कोई स्थाई हल निकालना चाहिये।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा कैप्स वारासिवनी मुख्यालय से समीप स्थित ग्राम खापा में स्थित है। जहां पर रोजाना करीब १ सेकड़ा ट्रक धान का परिवहन करने के साथ ही धान को वेयर हाऊस से लाने का कार्य भी करते है। साथ ही नगर के विभिन्न क्षेत्रों में प्राईवेट व शासकीय वेयर हाऊस बने हुये है। जहां पर वर्तमान में धान ट्रकों में भरकर राईस मिलों में पहुॅचाने का कार्य युध्द स्तर पर जारी है। ऐसे में ट्रकों की लंबी कतारे उक्त वेयर हाऊसों के पास में सामान्यता देखी जा सकती है। ऐसे में कई बार ट्रक पलटने जैसे हादसे भी घटित होते है। जिसके कारण राहगीरों को दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। जबकि उक्त वेयर हाऊस नगर के समीपस्थ ग्रामों के मार्गो में है जहां से रोजाना अनगिनत लोग आवागमन करते है। जिस पर प्रशासन को इस बात को देखना चाहिये की धराताल पर क्या स्थिति इन ट्रकों की वजह से बन रही है।