पुलिस ने तीन आरोपित पकड़े, 30 हजार में देते थे 5 लाख के नकली नाेट

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सायबर टीम और अमायन थाना पुलिस ने तीन आरोपितों को पकड़ा है। आरोपितों के पास से 10 लाख पांच हजार कीमत के नकली नोट बरामद हुए हैं। यह नोट 2000 और 200 रुपये के नोट की नकल में छापे गए थे। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर उनके पास से एक कलर प्रिंटर, नकली नोट का कागज और कटर मशीन बरामद की है। एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि आरोपित यह रकम गुजरात तक खपा रहे हैं। अब पुलिस इस पूरे मामले में बारीकी से पड़ताल कर रही है

30 हजार में पांच लाख के नकली नोटः एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आज शुक्रवार को मुखबिर से सूचना मिली कि अमायन थाना के गांव के मोड़ पर कुछ आरोपित नकली नोटों का आदान-प्रदान करने के लिए आए हैं। मुखबिर से मिली सूचना के मुताबिक थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह यादव और साइबर सेल की टीम बल के साथ आसपास लग गई। मुखबिर के बताए स्थान पर तीन आरोपित नजर आए। पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों आरोपितों को पकड़ लिया। आरोपितों के पास से पुलिस ने 10 लाख पांच हजार के नकली नोट बरामद किए हैं। पूछताछ की गई तो आरोपितों ने पुलिस को बताया है कि वे लंबे समय से नकली नोटों का कारोबार कर रहे हैं। 30 हजार असली नोटों के बदले पांच लाख के नकली नोट देते हैं। यह नोट 2000 और 200 के नोट की हूबहू नकल कर छापे गए हैं। डिमांड पर 500 रुपये का नोट भी छाप कर दिया जाता है। एसपी ने बताया कि नकली नोटों की गड्डी में आरोपित कुछ असली नोट मिलाकर उनको गुजरात तक सप्लाई कर रहे हैं। पुलिस आरोपितों से जुड़े पूरे रैकेट के बारे में छानबीन कर रही है। पूर्व में भी इन आरोपितों को एसटीएफ की टीम ने नकली नोटों के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल से छूटने के बाद दोबारा से नकली नोटों के कारोबार में लग गए।

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