पेट में गैस या जलन पर एसिलोक, जिनटेक का सेवन घातक, हो सकता है कैंसर!

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आमतौर पर लोग पेट में गैस या जलन की समस्या के समाधान के लिए तात्कालिक लाभ के लिए बिना सोचे एंटासिड टैबलेट जैसे कि एसिलोक, जिनटेक या रेनटेक आदि खा लेते हैं। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो सावधान हो जाएं क्योंकि एंटासिड या रैनिटिडाइन टैबलेट से कैंसर का जोखिम हो सकता है। पहले ही कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि एंटासिड टैबलेट में कैंसरकारी तत्व मौजूद होते हैं। अब सरकार ने इन दवाओं को जरूरी दवाई की सूची से बाहर निकालने का फैसला कर लिया है। अमेरिकन नेशनल फाउंडेशन फॉर कैंसर रिसर्च (एनएफसीआर)के मुताबिक रैनिटिडाइन में नाइट्रोसोडिमिथाइलामाइन (एनडीएमए) रसायन पाया जाता है जो कैंसरकारक होता है। एनएफसीआर के मुताबिक एनडीएमए का लेवल तब और बढ़ जाता है जब इसे सामान्य तापमान पर रखा जाता है। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एसोसिएशन ने इसे तत्काल बाहर करने की सिफारिश की थी। इसके बाद कई देशों में इस दवा को चलन से बाहर कर दिया था।
टेनिलि ग्लिप्टिन लिस्ट में शामिल हो सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार नई एनएलईएम लिस्ट से 26 दवाओं को बाहर कर सकती है। इस सूची में 34 नई दवाइयों को शामिल करने की संभावना है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के तहत बनी एक विशेषज्ञ समिति ने पिछले साल 399 फॉर्मूलेशंस की एक संशोधित सूची जमा की दी थी। इसके बाद सरकार ने सितंबर 2021 में लिस्ट जारी कर दी थी।
इससे पहले ही दुनिया भर में रेंटीडाइन, एसीलॉक, जिनेटिक और रेंटिक जैसे लोकप्रिय ब्रांडों के नाम से बिकने वाली दवाइयों में मौजूद सॉल्ट को लेकर सवाल उठने लगे थे। इसमें मौजूद तत्व के कारण कैंसर से जुड़ी कई खबरें सामने आई थीं। इसके बाद सरकार ने इसे लेकर एक्सपर्ट कमिटी बनाई थी। अब जाकर सरकार इन दवाइयों को जरूरी सूची से बाहर करने जा रही है। दरअसल, भारत में बड़े पैमाने पर एसिड से संबंधित अपच, पेट दर्द और सीने में जलन के उपचार के लिए डॉक्टर रैनिटिडाइन टैबलेट का सुझाव देते हैं। कुछ लोग बिना डॉक्टर की सलाह से भी इसका सेवन करते हैं।

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