ईरान सरकार ने हिजाब और सरकार विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने वाले 22 हजार आरोपियों की रिहाई का फैसला किया है। ज्यूडिशियरी चीफ के दफ्तर की तरफ से सोमवार को जारी बयान में कहा गया- उन लोगों को रिहा करने का फैसला किया गया है, जिन्हें पिछले दिनों गिरफ्तार किया गया था।
अब तक ये साफ नहीं है कि इन लोगों को कब रिहा किया जाएगा। इसकी वजह यह है कि सरकारी बयान में माफी शब्द का इस्तेमाल किया गया, जबकि सरकारी न्यूज एजेंसी ने माफी और रिहाई की बात कही है।
बहरहाल, सरकार के इस फैसले को विरोधियों ने झूठ फैलाने की साजिश करार दिया। एमनेस्टी इंटरनेशनल का ईरान चैप्टर देखने वालीं गिसाउ निया ने कहा- कट्टरपंथी सरकार झूठ फैलाकर दुनिया की आंखों में धूल झोंकने की साजिश रच रही है।