प्रदेश के चार संभागों में आज पड सकती है बौछारें

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राजधानी भोपाल सहित रीवा, शहडोल, जबलपुर संभागों के जिलों में आज कहीं-कहीं छिटपुट बौछारें पड़ सकती हैं। वहीं उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के आने एवं सुबह के समय ओंस गिरने का सिलसिला शुरू होने से मानसून की भी संकेत मिलने लगे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान और उससे लगे पाकिस्तान पर बना कम दबाव का क्षेत्र समाप्त हो गया है। मानसून ट्रफ भी हिमालय में पहुंच गया है। उधर दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात भी कमजोर पड़ गया है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक वातावरण में काफी नमी मौजूद है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में कोई भी प्रभावी मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। मानसून ट्रफ भी हिमालय में पहुंच गया है। दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में बना चक्रवात भी कमजोर पड़ गया है। इस वजह से प्रदेश में कहीं भी अब भारी वर्षा होने की संभावना नहीं है। वातावरण में मौजूद नमी के कारण तापमान बढ़ने के कारण कहीं-कहीं बौछारें पड़ सकती हैं। शुक्ला के मुताबिक अफगानिस्तान और उसके आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। सुबह के समय अब ओंस भी गिरने लगी है। इससे मानसून की वापसी के संकेत भी मिलने लगे हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक नरसिंहपुर में आठ, भोपाल शहर में 7.3, उमरिया में सात, नौगांव में दो, सिवनी में एक, मलाजखंड में एक, छिंदवाड़ा में 0.6, नर्मदापुरम में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। इस सीजन में मध्य प्रदेश में शनिवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक 927.9 मिमी. वर्षा हो चुकी है। जो सामान्य वर्षा (742.3 मिमी.) की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक है। हालांकि अभी भी पांच जिलों सीधी, रीवा, दतिया, झाबुआ एवं आलीराजपुर में सामान्य से कम वर्षा हुई है।

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