मध्य प्रदेश चावल उद्योग महासंघ द्वारा रविवार को शहर के एक होटल में प्रेस से चर्चा करते हुए अपनी आगामी रणनीति के बारे में जानकारी दी गई इस दौरान उन्होंने यहां तक जानकारी दी कि यदि शासन उनकी बातें नहीं मानेगा तो वह आगामी दिनों में मिलिंग नहीं करेंगे।
मध्य प्रदेश चावल उद्योग महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने दो टूक शब्दों में इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा प्रदेश शासन से खरीदी जाने वाली धान की टेस्ट मिलिंग कराए जाने का आग्रह पूर्व में किया गया था। टेस्ट मिलिंग का मुख्य उद्देश्य है कि इससे इस बात की जानकारी मिल जाए कि जिस ध्यान को व्यापारियों को मिलिंग के लिए दिया जा रहा है। कितनी मिलिंग होगी इसका पूरा खाका शासन के सामने उपस्थित रहेगा जिससे बाद में मिलर को भी परेशानी नहीं होगी।