प्रतिदिन प्रदेश में कोरोना के दो सौ ज्यादा मरीज मिल रहे हैं।
सक्रिय मरीजों की संख्या अब 1522 हो गई है। शनिवार को प्रदेश में 7467 सैंपलों की जांच में 213 मरीज मिले हैं। प्रदेश के अस्पताल में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। अभी सक्रिय मरीजों में से चार प्रतिशत मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। हफ्ते भर पहले तक सक्रिय मरीजों में से दो प्रतिशत से कम मरीज ही अस्पतालों में भर्ती रहते थे। मार्च से जून के बीच तो यह आंकड़ा एक प्रतिशत तक ही रहता था। चिकित्सक भी इसे लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि टीका का असर कम हो रहा है। इस कारण मध्यम और गंभीर लक्षण वाले मरीज भी मिल रहे हैं। मौजूदा स्थिति में प्रदेश में 62 संक्रमितों का निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें 23 मरीज भोपाल और 20 इंदौर में हैं। इसी तरह से 16 संदिग्ध भी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। संदिग्ध और संक्रमित मिलाकर 12 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर हैं। इस बारे में छाती व श्वास रोग हमीदिया विभागाध्यक्ष डा. लोकेन्द्र दवे का कहना है कि पहले सिर्फ मामूली लक्षण वाले मरीज आ रहे थे, लेकिन पिछले 15 दिन से मध्यम और कुल मरीजों में करीब एक प्रतिशत गंभीर लक्षण वाले भी आ रहे हैं। इसकी वजह यह भी हो सकती है कि जिन्हें करीब साल भर पहले टीका लगा था, उसका असर अब कम हो रहा होगा। सर्दी-जुकाम के साथ ही छाती में संक्रमण के मरीज आ रहे हैं। पेट दर्द और दस्त के लक्षण भी मिल रहे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। मास्क लगाएं। शारीरिक दूरी रखें। सतर्कता डोज जरूर लगवाएं।