देश की रक्षा के लिए गुजरात राज्य के भुज बॉर्डर में अपनी सेवा दे रहे विकास उर्फ विक्की पंद्रे पिता महिपाल पंद्रे उम्र 32 वर्ष निवासी उकवा कैंप का डेंगू से पीड़ित होने की वजह से इलाज के दौरान निधन हो गया। शनिवार को उकवा में विकास पंद्रे का अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के अनुसार वर्ष 2010 विकास ने बीएसएफ फोर्स जॉइन किया था। वर्तमान में विकास की पोस्टिंग गुजरात के भुज में थी। विकास कुछ ही दिन पहले अपने घर छुट्टी मनाकर भुज में तैनात थे। लेकिन बीते दिनों परिजनों को जानकारी मिली कि विकास को डेंगू हो गया है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है इस दौरान उनका निधन हो गया।
शनिवार को विकास का पार्थिव शरीर गुजरात से सेना के विमान द्वारा रायपुर और रायपुर से बीएसएफ की गाड़ी में उकवा लाया गया।
जिसे भी शनिवार को यह जानकारी मिली कि उनके छोटे से गांव उकवा का लाल विकास अब उनकी बीच नहीं रहा वह स्तब्ध रह गया। हर कोई विकास के अंतिम दर्शन के लिए लालायित हो गया। उसके साथ बिताए हुए दिनों को याद करने लगा। जब विकास की पार्थिव देह शहर के भ्रमण पर निकली तो सड़क के दोनों और अपने लाल को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का तांता लग गया।
विकास अपने माता-पिता के बड़े पुत्र थे एवं उनकी दो बहने हैं विकास के दो छोटे बच्चे हैं साडे 4 साल की बेटी पीहू एवं 2 महीने का बेटा त्रिलोक जिसने अपने पिता विकास को मुखाग्नि दी । देश के बहादुर सिपाही विकास का अंतिम संस्कार नगर भ्रमण के पश्चात स्थानीय मोक्षधाम उकवा कैंप में राष्ट्रीय गान एवं रायफलों से सलामी देकर किया गया ।