कोरोना की दूसरी लहर समाप्त होने के बाद देश भर में एक बार फिर से कोरोना के लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। जहा कोरोना के बढ़ते इन आंकड़ों ने एक बार फिर से हर किसी को परेशान कर रखा है।वही लगातार बढ़ते जा रहे संक्रमण को देखते हुए तीसरी लहराने की आशंका भी जताई जा रही है। इन्हीं सभी आशंकाओं को देखते हुए शासन द्वारा आए दिन नई नई गाइडलाइंस जारी कर सुरक्षा बरतने की अपील की जा रही है जहां सोशल डिस्टेंसिंग व अनिवार्य मास्क का पालन करने, अनावश्यक भीड़ ना लगाने और कोविड-19 के नियमो का पालन करने की बात कही जा रही है तो वहीं नगर में जगह-जगह कोविड-19 के नियमों की रोकथाम के लिए बनाए गए नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं जिस का एक नजारा सोमवार को नगर के विभिन्न महाविद्यालयों में देखने को मिला जहां एक्जाम फीस भरने की आखिरी तिथि होने के चलते नगर के विभिन्न महाविद्यालयों में छात्र छात्राओं की काफी तादाद में भीड़ नजर आई जहां विद्यार्थियों की संख्या इतनी अधिक थी कि कॉलेज में पांव रखने तक की जगह नहीं बची थी ।ऐसे में यदि कोई छात्र छात्रा पॉजिटिव हो तो उसके संपर्क में आने से अन्य छात्र-छात्राओं व महाविद्यालय स्टाफ के भी संक्रमित होने का डर बना हुआ है जहां नियमों का उल्लंघन करने का एक नजारा नगर के पीजी कॉलेज और गर्ल्स कॉलेज में देखने को मिला जहां फीस जमा करने उमड़ी बेकाबू भीड़ ने सारे नियमों को ताक पर रख दिया वहीं कॉलेज प्रबंधन भी इस भीड़ को काबू में करने में नाकाम नजर आया।
गर्ल्स कॉलेज में चालान जमा करने उमड़ी छात्राओं की बेकाबू भीड़
बात अगर शासकीय कन्या महाविद्यालय में परीक्षा फीस का चालान जमा करने के लिए उमड़ी छात्राओं की भीड़ की करे तो इस भीड़ से न सिर्फ कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है बल्कि छात्राओं को फीस जमा करने के लिए परेशान भी होना पड़ रहा है। जिससे नाराज होकर सोमवार को छात्राओं ने प्रदर्शन कर फीस जमा करने की तिथि बढ़ाए जाने,और इस प्रक्रिया को आनलाइन किए जाने की मांग की हैंं।
नहीं हो रहा कोरोना गाइडलाइन का पालन-
महाविद्यालय परिसर में छात्राए परीक्षा फीस जमा करने पहुंची है। छात्राओं की भीड़ इतनी अधिक हो गई कि यहां न तो कोई कोरोना के नियम शारीरिक दूरी के नियम का पालन कर पा रहा है और न ही अन्य नियमों का,जिसके चलते संक्रमण का भी खतरा बढ़ गया है। वहीं भीड़ अधिक होने से आपस में विवाद की स्थिति भी निर्मित हो रही है।
चालान खत्म होने से उत्पन्न हो रही समस्या-राखी उपवंशी
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान विधानसभा युवा कांग्रेस सचिव राखी उपवंशी ने इस अव्यवस्था पर अपनी नाराजगी जाहिर करते बताया कि परीक्षा फीस का चालान जमा करने के लिए तीन काउंटर बनाए गए है जो कि नाकाफी साबित हो रहे है।यह छात्राओ की संख्या इतनी ज्यादा है कि परिसर में पैर रखने तक की जगह नहीं बची है। साथ ही चालान भी खत्म हो रहे है। जिससे ये स्थिति और भी गंभीर हो गई है।उन्होंने बताया कि दोनो तरफ से दरवाजे भी बंद किए जा रहे है। जिससे भी दिक्कताें का सामना करना पड़ रहा है।
आनलाइन होना चाहिए प्रक्रिया-सुभांगी बेले
वही फीस जमा करने कालेज पहुँची छात्रा सुभांगी बेले ने बताया अग्रणी महाविद्यालय में फीस जमा करने की प्रक्रिया आनलाइन हो रही है, लेकिन कन्या महाविद्यालय वर्तमान समय में भी आफलाइन प्रक्रिया के माध्यम से फीस जमा करने का कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण ही छात्राओं को परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए इस प्रक्रिया में बदलान किया जाना चाहिए जिससे की राहत मिल सके।? यह ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना ही अनिवार्य मास्क का ,यह इतनी अधिक भीड़ बढ़ गई है कि यहां खड़े रहे तक की जगह नहीं है हमारी मांग है की फीस जमा करने की तारीख को बढ़ाया जाना चाहिए।वही इस पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जाना चाहिए।
समझाने पर भी छात्राए नही मान रही है-दिनेश मेश्राम,
इस पूरे मामले के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान गर्ल्स कॉलेज प्रभारी प्राचार्य दिनेश मेंश्राम ने बताया कि छात्राओं की परेशानी को देखते हुए तिथि बढ़ाकर 15 जनवरी कर दी गई है। इसके साथ ही बैंक के दो कर्मचारी भी कक्षों में आए है जो चालान की प्रक्रिया को पूर्ण करा रहे है। कोरोना के नियमों का भी पालन कराया जा रहा है। हमने कई बार छात्राओं को कोविड-19 के नियमों का पालन करने की समझाइश दी है सोशल डिस्टेंसिंग बरतने और अनिवार्य मास्क का पालन करने को कहा है वही काउंटर के पास चपरासी बैठा कर व्यवस्था भी बनाई है लेकिन समझाने पर भी छात्राएं नहीं मान रही हैं और वे आज की आज ही फीस जमा करना चाहती हैं जिसके चलते छात्राओं की भीड़ कॉलेज में दिख रही है।