वारासिवनी में बंद का व्यापक असर देखा गया। खासकर परिवहन के मामले पर यह असर ज्यादा दिखाई दिया। मार्ग पर परिवहन के साधनों को काफी कमी देखी गई। जिसकी वजह से यात्रीगणो को काफी परेशानी दिखाई दी वे लोग अपने यात्री वाहनो की तलाश में इधर उधर भटकते दिखाई दिये। वही कुछ यात्रियो ने यात्री प्रतिक्षालय की शरण ली है। उमस भरी गर्मी के दौर में वे लोग प्रतिक्षालय में अपने आपको को सहज महसूस करते दुये दिखाई नही दिये। पूरे सुबह से लेकर निर्धारित मार्ग पर दौडऩे वाले यात्री वाहनो की संख्या काफी कम रही। इस संबंध में पदम्मेश को जानकारी देते हुये यात्री लोकचंद पटले ने बताया कि वे करीब डेढ़ घंटे से कटंगी की तरफ वाहन की तलाश में यात्री प्रतिक्षालय मे बैठे है। इस दौरान उनका परिवार भी साथ में है। हम यह नही जानते कि बंद किस वजह से हुआ है। वही यात्री प्रतिक्षालय में हम बगैर पंखे व अन्य सुविधाओ से जूझ रहे है। खाने पीने की दुकाने भी बंद है। सिर्फ चना मुर्रा खाकर ही अपना समय व्यतीत कर रहे है। हालांकि पहले कटंगी के लिये समय समय पर बसे आती थी कि मगर बंद होने की वजह से बसों में कुछ कमी हुई है। जिसकी वजह से हम कटंगी जाने के लिये बस का इंतजार कर रहे है। इसी तरह यात्री शौकत अली नेवरगॉव निवासी ने पदम्मेश को बताया कि वे अपने ग्राम जाने के लिये यात्री बस का इंतजार करीब आधा घंंटे से कर रहे है। वे वारासिवनी दवाई व अपना उपचार कराने आये थे। मगर उन्हे इस बात की खबर तक नही थी कि ३ सितंबर को वारासिवनी बंद है। फिलहाल वे अपने ग्राम जाने के लिये बस का इंतजार कर रहे है। वही बस ऐजेंट राजेन्द्र उईके ने पदम्मेश को बताया कि ३ सितंबर को बंद होने के चलते वारासिवनी बस स्टैंड से कुछ मात्रा मे बसो का संचालन नही हो पा रहा है। पूर्व के समय अनुसार जितनी बसे निर्धारित मार्ग पर दौडऩी चाहिये थी उसमे कुछ कमी आयी है। यह समस्या दो चार दिन तक बन सकती है। फिर भी हम यात्रियो को उनके गंतव्य तक पहुॅचाने का प्रयास कर रहे है।