बालाघाट जिले के भीतर मोतियाबिंद और बच्चों की आंखों में तिरछापन के मामले सबसे ज्यादा है जिसकी प्रमुख वजह गर्भवती महिलाओं को उचित पोषण आहार ना मिलना बताया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि यदि गर्भावस्था में महिलाओं को संतुलित और पौष्टिक भोजन मिलेगा तो बच्चों में होने वाले इस रोग के आंकड़ों को कम किया जा सकता है।
मतलब साफ है कि सभी गर्भवती महिलाओं को उचित पोषण आहार संतुलित भोजन नहीं मिल पा रहा है जिसके चलते बच्चों में अंधत्व के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं।
जिसका का एक नजारा सोमवार को जिला अस्पताल में आयोजित नेत्र जांच शिविर में देखने को मिला जहां करीब 550 से से अधिक बच्चों की आँखों की जांच की गई।