बच्चों से स्कूल का शौचालय कक्षा परिषर कराया जा रहा साफ

0

वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत थानेगांव के माध्यमिक स्कूल का मामला प्रकाश में आया है जहां पर स्कूली विद्यार्थियों से विद्यालय प्रबंधन के द्वारा स्कूल की साफ सफाई सहित शौचालय और बाथरूम की धुलाई भी करवाई जा रही है। जिसमें परिजनों के द्वारा 16 अगस्त को ग्राम के पंचायत भवन में आयोजित ग्राम सभा में विषय रखा गया जिस पर पंचायत के द्वारा स्कूल प्रबंधन को बुलाकर मामले में जानकारी मांगी गई। जिन्होंने पहले तो साफ इनकार करते नजर आए परंतु ग्रामीणों के द्वारा इस विषय में सबूत के रूप में वीडियो और फोटो पंचायत में पेश किए गए जिस पर स्कूल प्रबंधन के द्वारा सफाई दी गई कि उनके पास चपरासी नहीं है ऐसे में बच्चे अपनी मर्जी से काम करते हैं। जिस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए और उन्होंने शासकीय माध्यमिक स्कूल प्रबंधन पर अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हम स्कूल बच्चों को पढ़ने भेजते हैं या काम करने यदि काम ही कराना है तो मनरेगा में करवा लेंगे स्कूल क्यों भेजेंगे हम भी चाहते हैं कि हमारे बच्चे पढ़ लिखकर देश के अच्छे नागरिक बने और शासकीय सेवा या निजी व्यवसाय में आगे बढ़े परंतु यह जो विद्यालय प्रबंधन के द्वारा किया जा रहा है वह बिल्कुल गलत है। इस दौरान ग्राम सभा में सरपंच लक्ष्मीकांत बैस के द्वारा शासकीय माध्यमिक स्कूल के प्रबंधन को वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहां गया और इस प्रकार के कार्य करवाना दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोबारा ऐसा ना करवाने की हिदायत दी गई। इस अवसर पर ग्राम पंचायत थानेगांव सरपंच सचिव सहित समस्त पंच शिक्षक एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे।

ग्रामीण सुनील नगपुरे ने पदमेश से चर्चा में बताया कि स्कूल के मास्टर बच्चों से काम करवाते हैं और अभी पंचायत की बैठक में एक शिक्षक ने कहा कि तुम जाकर शौचालय साफ करोगे यह पूरी पंचायत हमने सुना है। जब से स्कूल प्रारंभ हुआ है तब से यह बच्चों से काम करवाते जा रहे हैं जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है बच्चे पढ़ने आते हैं। स्कूल में चपरासी नहीं है तो यह इनकी जवाबदारी है कि वह एक चपरासी रखे या स्वयं के व्यय पर किसी व्यक्ति से यह कार्य करवाये परंतु इस प्रकार से बच्चों से शौचालय टॉयलेट साफ करवाना पानी भरवाना झाड़ू लगवाना अच्छा काम नहीं है।

ग्रामीण गजबलाल मसकरे ने बताया कि हमारे लड़के भी स्कूल में पढ़ने जाते हैं जिनके द्वारा हैंड पंप से पानी लाकर शौचालय टॉयलेट साफ कर झाड़ू लगाया जाता है। यह हमें हमारे बच्चे ने बताया तो था पर कल देखे तो यह बात सरपंच को बताएं जिस पर ग्राम सभा में बुलाकर बात रखे हैं। श्री मसकरे ने बताया कि यह बिल्कुल गलत है ऐसा रवैया नहीं होना चाहिए शिक्षक लोग बोलते हैं चपरासी की व्यवस्था नहीं है ऐसे में बच्चे हैंडपंप से पानी लाते हैं शौचालय धोते हैं। तो हम बच्चे पढ़ने भेज रहे हैं या काम करने हम चाहते हैं कि हमारा बच्चा अच्छा पड़े उसे दिमाग आये। हम घर पर बच्चों से पानी नहीं भरवाते हैं कि वह पड़ेगा और स्कूल में पढ़ाने की जगह पानी भरवा रहे हैं यह अच्छी बात नहीं है।

प्रधान पाठक अनिल रंगारे ने बताया कि बच्चे थोड़ा पानी लाते हैं वारासिवनी से शौचालय साफ करने स्वीपर 10 से 15 दिन में एक बार आता है बच्चे केवल शौचालय में पानी डालते हैं। क्योंकि समस्या बहुत है बोतल और गंदगी परिसर में बनी रहती है जहां साफ सफाई नहीं करते हैं चपरासी नहीं होने से बच्चे ही काम करते हैं वह पानी लाकर डालते हैं। हम भी उन से काम नहीं करवाते हैं पानी लाना उचित नहीं है पर अब हम वैकल्पिक व्यवस्था करेंगे और जो भी आरोप लगाए गए वह गलत है। स्कूल में खाना बनाने वाली बाई कुछ करती नहीं है शिक्षक सभी समय पर आते हैं हम इसलिए सख्त है एक हमारा चपरासी था जिसको गर्रा हाई स्कूल में अटैच किया गया है इसलिए सफाई बच्चे कर लेते थे पर अब नहीं करेंगे।

ग्राम सरपंच लक्ष्मीकांत बैस ने बताया कि स्कूल से गांव के लोगों को समस्या थी कि बच्चों के हाथ से शौचालय साफ करवाते हैं 15 अगस्त को खुद ग्रामीणों ने बात रखी थी तो स्कूल स्टाफ को हमने ग्राम सभा में बुलवाए थे। बैठक में चर्चा हुई तो बताएं कि स्कूल में चपरासी नहीं है तो बच्चों से काम करवाते हैं बीआरसी को भी इन्होंने जानकारी दी है उनके द्वारा कहा जा रहा है कि कोई प्रावधान नहीं है। इस प्रकार से बच्चों के साथ करना अच्छी बात नहीं है जिन्हें हमने वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहा है वह अपनी मजबूरी बता रहे हैं और इस बात की जानकारी हमें अभी पता चल रही है।

इनका कहना है

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि उक्त विषय में जानकारी लगते ही स्टाफ को मामले में जानकारी लेने के लिए मौके पर भेजा गया था। जिस संबंध में व्यस्तता के कारण जानकारी नहीं मिल पाई है परंतु इसमें अपने स्टाफ से जानकारी लेकर जांच करवायी जायेगी जांच के आधार पर अग्रिम कार्यवाही करेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here