पिछले 2 दिनों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक मैसेज जमकर वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि दक्षिण वन मंडल सामान्य बालाघाट के रेंजर कालेज अंतर्गत आने वाले रेलवे पटरी से लगे बजरंग घाट मार्ग पर पुलिया के ऊपर बाघ के पगमार्क के निशान देखे गए हैं, वही बाघ के पगमार्क वाली फोटो की भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल की जा रही हैm वायरल किए जा रहे इस मैसेज में दावा किया गया है कि इन पगमार्क को घूमने गए लोगों द्वारा अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर इंटरनेट
मीडिया पर वायरल किया गया है। हालांकि किसी ने बाघ को देखा नहीं है लेकिन बाघ के पगमार्क मिलने वाले इस मैसेज से लोगों में दहशत का माहौल है। सोशल मीडिया पर वायरल किए गए इस मैसेज में बताया गया है कि ये निशान दो दिन पुराने है। जहाँ बाघ मौजूदगी की खबर से इस मार्ग से आवागमन करने और वह पर सुबह शाम घूमने वाले लोगों में डर व्याप्त हो गया है। तो वहीं कुछ लोग इसे महज एक अफवाह बता रहे हैं ।इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान वन अधिकारियों ने सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो रही इस जानकारी का खंडन किया है जिसे उन्होंने बेबुनियाद जानकारी बताते हुए इस तरह की अफवाह ना फैलाने की बात कही है।
आज तक इस एरिया में बाघ दिखाई नहीं दिया है_ शोभा सोनवाने
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान रेंजर कॉलेज बजरंग घाट मार्ग पर लकड़ी चुनरचुन रही वार्ड नंबर 11 निवासी महिला श्रीमती शोभा सोनवाने ने बताया कि वे रोज लकड़ी लेने के लिए यहाँ आती है। यहां उन्हें सिर्फ हिरन दिखाई देते हैं लेकिन उन्हें आज तक बाघ दिखाई नहीं दिया है। हमें भी ऐसी जानकारी लगी है कि यहां बाघ आया है उसके पैर के निशान मिले हैं। लेकिन हमें आज तक इस एरिया में बाघ दिखाई नहीं दिया है।
लोग बता रहे हैं कि यहां बाघ घूम रहा है_ सतन राऊत
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान वार्ड न 11 निवासी श्रीमती सतन बाई राऊत ने बताया कि वे लकड़ी चुनने के लिए रोजाना बजरंग घाट मार्ग आती है लेकिन जंगल के अंदर नहीं जाती। लोग बता रहे हैं कि यहां बाघ घूम रहा है।लेकिन हमें दिखाई नहीं दिया। यदि यहां बाघ होता तो वह तेज आवाज करता अन्य जानवर भी बाघ को देखकर शोर मचाते। लेकिन ऐसा यहां कुछ नहीं हैm हमें लगता है कि बाघ आने की किसी ने अफवाह उड़ाई है।
किसी ने बाघ की अफवाह उड़ाई है_पीयुष राकेश
मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान स्थानीय नागरिक पीयुष राकेश ने बताया कि वे बजरंग घाट परिसर में रोजाना घूमने आते हैं। लेकिन उन्हें आज तक बाघ दिखाई नहीं दिया। हमें लग रहा है कि यह किसी ने अफवाह उड़ाई है की यह बाघ घूम रहा है। क्योंकि यह कोई बड़ा जंगल नहीं है यदि जहां बाघ होता तो दिखाई देता लेकिन ऐसा कुछ समझ नहीं आ रहा है।
किसी व्यक्ति ने बाघ के पगमार्क बनाए होंगे_ रेंजर
वही इस पूरे मामले को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान वन परीक्षेत्र अधिकारी धर्मेंद्र बिसेन ने बताया कि इंटरनेट मीडिया पर जो बाघ के पगमार्क वायरल किए गए है वह गलत है। इस क्षेत्र में शाम सुबह लोग घूमने जाते है, यदि बाघ आता तो किसी न किसी को अवश्य दिखाई देता। यह बाघ के पगमार्क मिलने की चर्चा है । लेकिन बजरंग घाट में बाघ का आना असंभव है। हो सकता है कि किसी व्यक्ति द्वारा ऐसे निशान बनाए गए हैं, फिर भी विभागीय तौर पर मामले का पता लगाया जाएगा । उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि इस तरह की अफवाह
न फैलाए ।










































