नई दिल्ली: केंद्र सरकार बब्बर खालसा आतंकी पवित्तर सिंह बटाला को भारत लाने की तैयारी कर रही है। बटाला के अलावा खालिस्तानी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों को भी यूएस से प्रत्यर्पण का प्लान है। भारत सरकार इन लोगों को अमेरिका से प्रत्यर्पित कराने के लिए कानूनी कार्रवाई करने पर विचार कर रही है। CNN-News18 को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिकी कानून प्रवर्तन एजेंसियों की ओर से की गई एक बड़ी कार्रवाई के बाद, ऐसे सभी वांटेड आरोपियों को कानूनी रूप से पकड़ने की कोशिश की जा रही है। संभावित प्रत्यर्पण, सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने और विदेशी धरती से संचालित चरमपंथी नेटवर्क को खत्म करने के भारत की ओर से चल रहे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है।
एफबीआई ने चलाया बड़ा ऑपरेशन
फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) ने एक अंतरराष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़े ऑपरेशन में देश भर से आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। FBI और SWAT टीमों सहित कई अमेरिकी कानूनी एजेंसियों ने ज्वाइंट ऑपरेशन में इन लोगों को अरेस्ट किया। इस कार्रवाई में हथियारों, गोला-बारूद और नकदी का जखीरा भी जब्त किया गया।
बटाला समेत 8 लोग गिरफ्त में
इससे पकड़े गए आरोपियों की आपराधिक और आतंकी गतिविधियों की गंभीरता का पता चलता है। अमेरिकी एजेंसियों ने जिन्हें पकड़ा उनमें पवित्तर सिंह बटाला भी शामिल है, जो पंजाब का एक गैंगस्टर है। भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को प्रतिबंधित ग्रुप बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़ी आतंकी गतिविधियों के लिए उसकी तलाश है।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल क्या है
बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) एक पाकिस्तान समर्थित सिख अलगाववादी संगठन है। इसे भारत, कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, यूरोपीय संघ, जापान और मलेशिया सहित कई देशों ने आतंकवादी समूह घोषित किया है। इस संगठन का लक्ष्य भारत के पंजाब क्षेत्र में खालिस्तान नामक एक स्वतंत्र सिख राज्य बनाना है।
आतंकी हैप्पी पासिया का जल्द होगा प्रत्यर्पण
रिपोर्ट्स की मानें तो वांटेड खालिस्तानी आतंकवादी हैप्पी पासिया को जल्द ही अमेरिका से भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा। बटाला का केस दूसरा ऐसा मामला होगा। बटाला के प्रत्यर्पण की कोशिश भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच मौजूदा प्रत्यर्पण संधि के तहत आती है। यह संधि भगोड़ों को उनके संबंधित देशों में न्याय का सामना करने के लिए स्थानांतरित करने के लिए कानूनी ढांचा प्रदान करती है। अगर प्रत्यर्पण सफल होता है, तो यह भारत के लिए एक बड़ी जीत होगी। इससे सुरक्षा मामलों पर दोनों देशों के बीच सहयोग मजबूत होगा और उत्तरी अमेरिका से काम कर रहे खालिस्तानी तत्वों को एक कड़ा संदेश जाएगा।
पवित्तर सिंह बटाला पर आतंकी साजिश का आरोप
NIA ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादी लखबीर सिंह उर्फ लांडा के खास सहयोगी जतिंदर सिंह उर्फ जोती और खूंखार गैंगस्टर पवित्तर बटाला के खिलाफ पंजाब में आतंकी साजिश का आरोप लगाया है। इस मामले में आरोप पत्र भी दिया है। आधिकारिक बयान के अनुसार, पंजाब के गुरदासपुर जिले के जतिंदर सिंह को पिछले साल 23 दिसंबर को एनआईए ने मुंबई में गिरफ्तार किया था।
जतिंदर सिंह जोती का भी नाम चर्चा में
एजेंसी ने कहा कि जतिंदर सिंह मध्य प्रदेश से पंजाब स्थित गैंगस्टरों को अवैध रूप से हथियार खरीदने और आपूर्ति करने में शामिल था। वह चर्चित आतंकवादी लांडा के करीबी सहयोगी पवित्तर बटाला के गुर्गों को हथियारों सप्लाई करने में मदद कर रहा था। बटाला के गुर्गे पंजाब में बब्बर खालसा इंटरनेशनल की आपराधिक-आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे।
12 जून को पंजाब हरियाणा में कई जगह छापेमारी
12 जून को, एनआईए ने पंजाब और हरियाणा में बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े 15 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। अमृतसर में एक पुलिस चौकी पर जनवरी में हुए ग्रेनेड हमले के सिलसिले में पंजाब के अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर, पठानकोट, कपूरथला और रूपनगर जिले और हरियाणा के सिरसा में तलाशी ली गई।
जानिए एनआईए ने क्यों की ये कार्रवाई
NIA की ओर से ये छापेमारी अभियान जनवरी में अमृतसर की एक पुलिस चौकी पर हुए हमले के सिलसिले में थी। इससे पता चलता है कि बब्बर खालसा इंटरनेशनल अभी भी सक्रिय है और भारत में हमले की साजिश रच सकता है। ऐसे में भारत इसके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए एक्शन में जुटा है।










































