बस स्टैंड में वृद्ध महिला के साथ लूट

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वारासिवनी थाना क्षेत्र में लगातार चोरी की वारदातें बढ़ती जा रही है ऐसे में ठगने और लूटने का भी काम अब लोगों ने प्रारंभ कर दिया गया है। ऐसा ही एक प्रकरण 11 अप्रैल नगर के बस स्टैंड में देखने मिला जहां पर एक वृद्ध महिला के सोने के जेवरात अज्ञात महिला ने बात करते हुए लूट कर फरार हो गई। बताया जा रहा है कि पीड़िता कंचना चौहान मानसिक रूप से उतनी मजबूत नहीं है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़िता कंचना पति परमानन्द चौहान उम्र 63 वर्ष कचेखनी निवासी अपना इलाज करवाने के लिए अपनी बेटी अंजू गढ़पाल के घर ग्राम उमरी थाना कटंगी गई हुई थी। जहां पर उपचार कराने के बाद वह अकेली अपने घर जाने के लिए बेटी के घर से निकली जो बस के माध्यम से वारासिवनी पहुंची। इस दौरान बस में एक अज्ञात महिला उसके पास आकर बैठ गई और स्वयं से होकर बात करने लगी इस बीच महिला के पति लड़के और बहू के बारे में विभिन्न तरह की बात करने लगी। इस बीच दोनों वारासिवनी बस स्टैंड में उतरे और नाश्ता करने के बाद पीड़ित महिला कचेखनी जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी तो उसके पास में उक्त अज्ञात महिला बैठी रही जिसने उसे कहा कि मैं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हूं तुम्हें कोरोनावायरस 3 लाख रुपये मिला है क्या यदि नहीं मिला है तो वह उसे दिला देगी जिसके लिए 8000 उसे देने होगे। वही मोबाइल निकालकर पीड़िता को कहा कि तुम्हारी बहू ने कहा है मेरे सांस से ले लेना और फिर उक्त महिला पीड़िता के गहनों को हाथ लगाने लगी इसी बीच पीड़िता के पूरे गहने उतार के वह फरार हो गई। जिसके थोड़ी देर बाद पीड़िता को समझ आया कि उसके गहने गायब हो गए हैं जिस पर उसने आसपास के लोगों को इसकी जानकारी दी और उक्त महिला को पूरे बस स्टैंड में ढूंढा पर वह कहीं भी नहीं मिली। जिसके बाद वारासिवनी थाने में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई वही इसकी जानकारी लगते पीड़िता की बेटी मौके पर पहुंची और मामले में जानकारी लेकर अपनी मां को लेकर गांव चले गई।

पीड़िता कंचना चौहान ने पदमेंश से चर्चा में बताया कि कटंगी उमरी वह अपनी लड़की के घर गयी थी वहाँ उपचार कराने के बाद वह वापस अपने गांव के लिए बस बैठ कर आ रही थी। उस बस में एक अज्ञात महिला थी जो उसके पास में आकर बैठ गई तो वह उसके परिवार के बारे में बात करने लगी। जिसने बात करते हुए सोने के जेवरात उतारकर अपने साथ लेकर चले गई वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हु बताई जिसे वह नहीं जानती है। ऐसे में पुलिस के पास भी गए थे तो उन्होंने कहा कि हम इसमें क्या कर सकते हैं हमारी मांग है कि उक्त विषय पर गंभीरता से कार्यवाही की जाये।

पीड़िता की बेटी अंजू गड़पाल ने बताया कि उनकी मां उनके घर आई हुई थी जो 11 अप्रैल को अपने घर जाने के लिए निकली हुई थी जिनके जेवर अज्ञात महिला के द्वारा लूट कर ले जा लिया गया। जिसकी जानकारी लगने पर वह तत्काल यहां पहुंची है। श्रीमती गढ़पाल ने बताया कि उनकी मां जिस बस से आ रही थी उसमें एक अज्ञात महिला थी जो स्वयं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बताई और कोरोना के 3 लाख रुपए दिलाने के नाम पर जेवरात लेकर फरार हो गई। इस प्रकार की वारदातें बस स्टैंड में पूर्व में भी हुई है ऐसा बताया जा रहा है जिसके लिए शासन प्रशासन को सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए वही इस समस्या को गंभीरता से लेकर इस प्रकार की लूट करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

विदित हो कि वारासिवनी बस स्टैंड में इस प्रकार से जेवरात लूट कर भागने का चोरी करने का या किसी को ठगने का यह पहला मामला नहीं है। इसके पूर्व भी विभिन्न मामले घटित हो चुके हैं जिसमें पुलिस के द्वारा वर्तमान तक एक भी प्रकरण में खुलासा नहीं किया गया और ना ही इस और कोई सार्थक कदम उठाया जा रहा है। जिससे ठगने वाले और लूटने वाले अज्ञात लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिससे लोग डरे हुए हैं और वह पुलिस प्रशासन की ओर देख रहे हैं कि किसी भी तरह इस प्रकार की लूट ठगी व अन्य प्रकार की घटनाओं का अंकुश लगाया जाये।

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