दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में हुई सनसनीखेज फायरिंग में दिल्ली के जाने-माने अपराधी जितेन्द्र मान उर्फ गोगी की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि टिल्लू गैंग से बदमाशों ने वकीलों के भेस में अदालत पहुंचकर गोगी की हत्या कर दी। हरियाणा पुलिस ने गोगी को हर्षिया दहिया मर्डर केस में पिछले साल मार्च में उसके तीन साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया था। उस वक्त उस पर दिल्ली में 4 लाख और हरियाणा में 2 लाख रुपये का इनाम घोषित था। जितेंद्र गोगी 3 बार पुलिस कस्टडी से फरार हो चुका था। गिरफ्तारी से पहले वह दिल्ली-हरियाणा पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द था। मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में टॉप पर रह चुका गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी तिहाड़ जेल से दुबई के कारोबारी से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने की वजह से भी सुर्खियों में था। वह जेल से ही रंगदारी, फिरौती के लिए अपहरण और सुपारी मर्डर करने का धंधा चला रहा था।
कौन है जितेन्द्र मान उर्फ गोगी?
पुलिस के अनुसार, जितेंद्र गोगी 30 साल की उम्र में ही गुनाहों की दुनिया में कुख्यात हो गया था। ये कई बड़ी वारदातों में शामिल रह चुका है। नरेला में आम आदमी पार्टी के नेता वीरेंद्र मान को गोगी गैंग के लोगों ने ही 26 गोलियां मारी थीं। 2018 में दिल्ली के बुराड़ी में टिल्लू गैंग से गैंगवार में 3 लोगों की हत्या हुई और 5 लोग घायल हुए थे। इस वारदात में भी गोगी गैंग का ही नाम सामने आया था। दक्षिणी पश्चिमी द्वारका, बाहरी रोहिणी, उत्तरी और दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली में जितने बड़े गैंगवार हुए, उनमें गोगी गैंग का हाथ बताया जाता है।
कभी दोस्त थे टिल्लू-गोगी
ताजपुरिया गांव के रहने वाले टिल्लू और अलीपुर गांव के गोगी के बीच कभी दोस्ती थी, लेकिन फिर दोनों के गैंग अलग हो गए। कभी जिगरी यार रहे गैंगस्टर गोगी और टिल्लू ताजपुरिया के बीच 2010 में बाहरी दिल्ली के एक कॉलेज छात्र संघ चुनाव से रंजिश शुरू हुई, जो गैंगवार में तब्दील हो गई।उसके बाद से वर्चस्व की लड़ाई को लेकर सुनील उर्फ टिल्लू और गोगी गैंग के बीच दुश्मनी चली आ रही है। दोनों के बीच गैंगवार में 25 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। कुछ गैंगवारों में 50 से 100 राउंड तक फायरिंग हुई है। टिल्लू भी तिहाड़ से ही गैंग ऑपरेट कर रहा है।