बांग्लादेशी तस्कर मामून ने लड़कियां बेचकर 8 माह में 80 लाख कमाए

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मानव तस्कर विजय दत्त उर्फ मामून उर्फ मामनूर लाखों रुपये महीने कमा रहा था।उसके खाते में 8 महीने 80 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है।इतनी बड़ी राशि देहव्यापार और लड़कियों की खरीद फरोख्त से अर्जित हुई है। पुलिस ने नाला सुपारा की निजी बैंक में खुला मामून का खाता सीज करवा दिया है।उन हवाला और हुंडी कारोबारियों की जांच चल रही है जिनके जरिए बांग्लादेश रुपये भिजवाए गए थे।

टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक आरोपित विजय उर्फ मामून पुत्र वफज्जूल हुसैन,प्रमोद पुत्र शिवराम पाटीदार,बबलू उर्फ पलास पुत्र शिवराम पाटीदार,उज्जवल पुत्र द्वारकाप्रसाद ठाकुर सहित दीपा शेख,आकीजा शेख को रिमांड पर लिया है।

पुलिस ने उसके खाते की जांच की तो पता चला देश के विभिन्न शहरों से हजारों रुपये रोज जमा हो रहे है। स्टेटमेंट में खुलासा हुआ पिछले आठ माह में ही वह 80 लाख रुपये कमा चुका है। जिसका ज्यादातर हिस्सा पत्नी जौशना खातुन के पास बांग्लादेश भिजवा देता था। टीआइ के मुताबिक मामून ने चेन्नई में काजल और मुंबई में प्रिया नामक प्रेमिका को जिम्मा सौंप दिया था। दोनों युवतियां आर्डर मिलने पर लड़कियां सप्लाय कर मामून के खाते में रुपये जमा करवा देती थी।

क्रूरता की हदें पार: जैल लगाकर नाजुक अंगों को सुन्न करता था दलाल

एसआइ प्रियंका शर्मा ने देहव्यापार में लिप्त एक युवती के बैग की तलाशी ली तो एक जैल मिला। पूछताछ में बताया आरोपित रुपये वसूलने के लिए प्रतिदिन 6 से 8 ग्राहकों के पास भिजवाता था। शारीरिक तकलीफ होने पर भी ग्राहकों से संबंध बनाने पड़ते थे। इसके लिए एमडीएमए का नशा करना पड़ता था। नाजुक अंगों में जेल लगाकर सुन्न करना पड़ता था ताकि ज्यादा तकलीफ न हो। पुलिस पीड़ित युवतियों को गवाह बना रही है। आरोपितों के खिलाफ पीटा एक्ट और कूटरचना का प्रकरण दर्ज कर लिया है। टीआइ के मुताबिक कईं युवतियां उससे इतना परेशान था कि उसकी गिरफ्तारी के लिए मुखबिर का काम कर रही थी।विजय की पिटाई देखने के लिए महिला पुलिसकर्मियों को वीडियो कॉल करने लगी थी।

गोपनीय रिपोर्ट: दलालों की बीएसएफ से सांठगांठ

बांग्लादेश के कैसे लड़कियां भारतीय सीमा में प्रवेश करती है इसकी गोपनीय रिपोर्ट तैयार की गई है। जिसमें दलालों और बीएसएफकर्मियों की सांठगांठ का जिक्र है।जांच में शामिल अफसरों के मुताबिक विजय ने बताया कि ज्यादातर लड़कियां जौशोर(बांग्लादेश) से ही आती है। दलाल घने जंगल,धान के खेत और घाट लांघ कर बीएसएफकर्मियों से सांठगांठ कर पश्चिम बंगाल के चौबिस परगना और मुर्सिदाबाद में प्रवेश करवा देते है। पुलिस ने बताया विजय ने बांग्लादेश में रहने वाली पत्नी जौशना,जियाउल रहमान,शाहीन,शबाना,बख्तियार का नाम बताया है जो बेधड़क सीमा पार करवा देते है।

दलाल और महिला ने फैलाया नेटवर्क

टीआइ के मुताबिक आरोपित मामून ने इंदौर में सैजल और बबलू की पत्नी के माध्यम से लड़कियां सप्लाय शुरु की। मांग ज्यादा होने से कम समय में उज्जवल, प्रमोद, मीना, आफरीन, आमरीन, दिलीप, ज्योति, पलक, सोनाली, परवेज,सोनू ठाकुर, का बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया। मुंबई में दलाल ज्यादा होने से वह इंदौर को मुख्य अड्डा बनाने की कोशिश कर रहा था। टीआइ के मुताबिक 42 आरोपित अभी तक पकड़ लिए हैं। अब नीलम,सत्तार,रुबी,जियाउल की तलाश है।

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