बाघ की दहशत से मुक्त कराने सरपंच प्रतिनिधियों ने वन विभाग से की मांग

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वारासिवनी जनपद पंचायत अंर्तगत आने वाले करीब एक दर्जन सरपंच प्रतिनिधियों के मंडल ने उनके ग्राम में बढ़ रही बाघिन व उसके शावक की आमद पर वन विभाग से कार्यवाही किये जाने की मांग की है। ग्राम के जनप्रतिनिधियों के द्वारा साफ तौर पर वन विभाग को यह अल्टीमेटम दिया गया है की अगर इस हिंसक प्राणी का कोई हल नही निकाला गया तो उन्हे मजबूरन धरना प्रदर्शन करना पड़ेगा। प्रतिदिन ग्राम में बाघिन आ रही है जिससे झालीवाड़ा, नारवांजपार, बघोली, कौलीवाड़ा, उमरवाड़ा, नांदगॉव, बकेरा सहित अन्य ग्रामों के ग्रामीण दहशत में जी रहे है। वही उसने इस दौरान पशुओं व एक महिला को अपना शिकार बनाया है। ऐसे में वन विभाग तत्काल कार्यवाही करे ताकि ग्रामीण दहशत में अपना जीवन यापन न करे।

इस संबंध में पद्मेश को जानकारी देते हुये झालीवाड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि अशोक शरणागत ने पद्मेश को बताया की लगातार एक से डेढ़ माह से हम लोग बाघिन व उसके शावक की वजह से दहशत में है। बीते दिवस भी उक्त हिंसक प्राणी ग्राम के मिर्चीटोला में आ गया था जहां उसके पग मार्ग भी है वही धूपलाल मड़ावी के मवेशी जब अपनी जान बचाकर भागे तो वे खूंटे में बंधे होने के कारण घायल हो गये। इसी तरह १५ से २० दिन पूर्व हमारे ही ग्राम की राजटोली में बाघिन ने दो मवेशियों का शिकार किया था। जिसकी वजह से हमारे द्वारा उक्त टोली में प्रकाश की व्यवस्था बनाई गई है। वही अलाव भी जलाये गये है। हम बाघिन के आंतक से काफी परेशानी में अपने दिन काट रहे है ऐसे में आज हम लोग सभी सरपंच प्रतिनिधि वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने आये है।

वही कौलीवाड़ा सरपंच प्रतिनिधि सुनिल राणा ने बताया की बाघिन अपने शावक के साथ हमारा ग्राम जो झालीवाड़ा से लगा हुआ है। वही बकेरा, बासी, बघोली, उमरवाड़ा सहित अन्य ग्राम में विचरण कर रही है। ऐसे में शाम होते ही लोग अपने अपने घरों में दुबक जाते है। वही दिन में वे अपने खेत तक नही जाते है। जिसकी वजह से उनकी रबी फसल की बुआई तक अधूरी पड़ी है वही कुछ किसानों की गहानी तक पूरी नही हुई है। इसी समस्या को लेकर हम वन विभाग आये थे। ताकि वन विभाग इसका कोई स्थाई हल करे।

ग्राम पंचायत बघोली के सरपंच अशोक पारधी ने पद्मेश को बताया की हम लोग कौलीवाड़ा व झालीवाड़ा होते हुये ही आवागमन करते है। मगर शाम होते ही हमें अगर कोई जरूरत का कार्य भी है तो हम यह दोनों ग्राम से आवागमन करने में डरते है। सभी ग्रामों से स्कूल के बच्चे वारासिवनी पढऩे आते है ऐसे में बाघिन के आंतक की वजह से वे भी स्कूल ठीक ढ़ंग से नही आ पा रहे है।

गस्त में किया जायेगा इजाफा – हर्षित

इस मामलें में वनपरिक्षेत्र प्रभारी अधिकारी हर्षित सक्सेना ने दूरभाष पर बताया की उन्हे जनप्रतिनिधियों के कार्यालय आने की बात उनके अधीनस्थ कर्मचारियों ने बताई है। इस दौरान उन्हे रमरमा सर्किल के अधिकारी से मुलाकात की और उनसे बाघिन संबंधी जानकारी साझा की है। हम शासन व अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस बात से अवगत करायेंगे और जो दिशा निर्देश प्राप्त होंगे उस हिसाब से कार्यवाही करेंगे। फिलहाल हमारे द्वारा शाम से लेकर देर रात्री तक गस्त की जायेगी और कुछ टीम भी बढ़ाई जायेगी।

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