बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। महाविद्यालयीन परीक्षा में सम्मिलित होने से वंचित रहे छात्रों के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा एक और अवसर प्रदान किया जा रहा है जो छात्र परीक्षा में नहीं बैठ पाए थे वे आगामी दिनों में होने वाली ओपन बुक परीक्षा में बैठ सकेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीजी कॉलेज के माध्यम से पंजीयन कराने वाले 1 सैकड़ा से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित नही हुए थे। किसी भी छात्र छात्रा का अहित ना हो इसलिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए यह अवसर प्रदान किया जा रहा है।
किन्ही कारणों से नहीं दे सके थे परीक्षा
आपको बताये कि कोरोना संक्रमण काल के चलते इस वर्ष महाविद्यालयीन परीक्षा ओपन बुक प्रणाली से हुई थी, छात्रों द्वारा घर से ही सभी विषयों की उत्तर पुस्तिका भरकर अपने-अपने कॉलेजों में संकाय वार जमा किया गया था। पिछले परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद यूजी और पीजी कक्षाओं में छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया भी प्रारंभ हो चुकी है। हायर एजुकेशन का मानना है कि कोरोना के चलते हो सकता है कुछ छात्र छात्राएं परीक्षा में नहीं बैठ पाए हो वे छात्र अगली कक्षाओं में प्रवेश लेने से वंचित न रह जाए और उनका भविष्य खराब ना हो, यह देखते हुये छात्र छात्राओं को एक मौका दिया जा रहा है। यह बताएं कि सत्र 2020 – 21 की परीक्षा में बैठने से करीब डेढ़ सौ छात्र वंचित रहे थे।
हो सकता है न लगी हो परीक्षा की जानकारी
यह बताएं कि जुलाई माह में महाविद्यालयीन छात्र-छात्राओं द्वारा अपनी उत्तर पुस्तिका है सभी समितियों की कॉलेज में जमा कराई गई थी। उसमें स्नातक और स्नातकोत्तर में अध्ययन करने वाले नियमित और स्वाध्याय छात्र छात्राओं के द्वारा उत्तर पुस्तिका जमा कराई गई। यह भी जानकारी सामने आई कि उत्तर पुस्तिका जमा कराने के लिए ज्यादा समय नहीं दिए जाने के कारण तथा इसका प्रचार-प्रसार भी सही तरीके से नहीं होने के कारण छात्रों को तक उसकी जानकारी नहीं पहुंच पाने के कारण समय पर छात्र-छात्राओं द्वारा अपनी उत्तर पुस्तिका जमा नहीं करा पाने की बात सामने आई है। इससे यह कहा जा सकता है कि जिन छात्रों ने उत्तर पुस्तिका जमा नहीं कराए हो सकता है कि उन्हें उत्तर पुस्तिका जमा करने की जानकारी ही न लगी हो।
छात्रों का भविष्य खराब ना हो इसको ध्यान में रखते हुए हो रही परीक्षा – वासनिक
इसके संबंध में चर्चा करने पर जेएसटी पीजी कॉलेज के प्रोफेसर डॉ अरविंद वासनिक ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते जो छात्र परीक्षा देने से वंचित रहे ऐसे महाविद्यालयिन छात्रों के लिए विशेष परीक्षा आयोजित पर परीक्षा परिणाम प्रदान करना है। यह परीक्षा अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में होना है इस परीक्षा का रिजल्ट भी जल्दी ही आएगा ताकि यह छात्र छात्राएं ऑनलाइन प्रवेश में शामिल हो सके। रजिस्ट्रार का यह पत्र मध्यप्रदेश के जितने भी विश्वविद्यालय है उनके नाम हैं समस्त पाठ्यक्रम प्रथम द्वितीय तृतीय वर्ष स्नातक में एवं स्नातकोत्तर सेकंड सेमेस्टर फोर्थ सेमेस्टर और नियमित प्राइवेट के सारे बच्चे हैं।