बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। जिला मुख्यालय से लगी हुई ग्राम पंचायत की सरपंच वैनगंगा नदी डूब क्षेत्र के किनारे रहने वाले लोगों को नोटिस जारी कर 2 दिन के भीतर स्थान खाली करने की चेतावनी दी है। इस कारण गर्रा पंचायत द्वारा वैनगंगा नदी किनारे रहने वाले नदी टोला के लोगों को किसी भी तरह की सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।
नदी टोला के लोग स्थान छोड़ दे
बकायदा गर्रा पंचायत की सरपंच ने पत्र के माध्यम से वैनगंगा डूब क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों को समझाइश दी है कि वह इस स्थान को छोड़ दें अपने अवैध कब्जे हटा ले, वरना पंचायत को मजबूरन इस स्थान से उनके कब्जे हटाने पड़ेंगे बकायदा इस पत्र में इस बात का उल्लेख किया गया है यदि वैनगंगा नदी में बाढ़ आती है और किसी भी तरह से कोई नुकसान होता है तो इस बात की जिम्मेदारी पंचायत की नहीं होगी।
सुविधा पर नहीं ध्यान
वैनगंगा नदी किनारे बसे नदी टोला के लोगों ने बताया कि पंचायत द्वारा उनकी किसी भी समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है वह लगभग 8 से 10 वर्ष पहले से इस स्थान पर रह रहे हैं बावजूद इसके उन्हें परेशानी ही हो रही है।
पानी का कनेक्शन काट दिया- ललिता
गर्रा नदी टोला निवासी ललिता उईके ने बताया कि बीते 8 वर्षों से इस स्थान पर रह रहे हैं पंचायत नहीं एक समय उन्हें यहां पर रहने के लिए जमीन उपलब्ध करवाई थी अब यहां से हटने को कहा जा रहा है बीते कुछ दिन पहले नल के कनेक्शन भी काट दिए गए।
पानी के लिए रोज लड़ाई- सरवन
सरवन तलवरे बताते हैं कि वैसे तो वे लोग नदी के किनारे रहते हैं इसके बाद भी पानी की यहां पर बहुत अधिक किल्लत है रोजाना पानी के लिए लोगों की लड़ाई होती है यहां तक पहुंचने के लिए सडक़ नहीं है जिससे बहुत अधिक परेशानी हो रही है।
पानी देने का आदेश नहीं- श्यामसुंदर
श्यामसुंदर गोलवंशी बताते हैं कि बीते दिनों उनके द्वारा पंचायत में पानी देने की मांग की गई थी, तो उन्हें स्पष्ट कर दिया गया कि नदी किनारे रहने की अनुमति नहीं है। वे स्थान खाली कर दें उन्हें पानी नहीं मिलेगा। गर्मी में तो आवागमन की परेशानी नहीं होती। बारिश में नदी टोला के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।