अशासकीय स्कूल के पदाधिकारियों द्वारा सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर जिला अधिकारियों को अपने स्कूल की चाबी सौपते हुए विरोध दर्ज किया गया। इस दौरान उन्होंने शासन प्रशासन पर आरोप लगाते हुए असहयोग करने की बात कही।
कोरोना की दोनों लहर समाप्त होने के बाद शासन द्वारा शुरू की गई अनलॉक प्रक्रिया में धीरे-धीरे सभी व्यापार प्रतिष्ठान शासकीय शासकीय कार्यालय सहित अन्य गतिविधियां शुरू कर दी गई है। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते पिछले डेढ़ वर्षो से बंद स्कूल संस्थाओं को खोलने की अनुमति अब तक शासन द्वारा जारी नहीं की गई है। जिसके कारण स्कूल संचालकों के साथ-साथ उन स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षक शिक्षिकाओं सहित अन्य स्कूल स्टाफ को भी आर्थिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
नाराज अशासकीय शिक्षण संस्था संघ बालाघाट ने असहयोग आंदोलन का ऐलान करते हुए ऑनलाइन अध्यापन, टीसी ,मार्कसीट, सहित शिक्षा संस्थान से जुड़े अन्य कार्यो में शाशन का सहयोग ना करने के चेतावनी देते हुए संस्था से जुड़े विद्यार्थियों उनके अभिभावकों सहित जिला अधिकारियों इससे होने वाली परेशानियों के लिए शासन एवं प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।