मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर 1 नवंबर से शहर के मोती तालाब में एक बार फिर नौका विहार पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन और आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने बताया कि बालाघाट में सीमित जलाशय है जिसमें मोतीतालाब ही प्रमुख है देवीतालाब तो निजी संपत्ति है। रिश्तेदार आते हैं तो उन्हें घुमाने कहां ले जाए इसके लिए ऐसे स्थान आवश्यक होते हैं। नौका विहार के रूप में एक अच्छी शुरुआत हुई है इस गार्डन की सुंदरता ही यहां का पर्याय है इस उद्यान को बचाना व सबने मिलकर सवारना है।
उन्होंने यह भी कहा कि नौका विहार को लेकर कुछ बंधन भी रखा जाना चाहिए, ऐसे स्थानों में गोताखोर तो होने ही चाहिए साथ ही 3 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नौका विहार में ना ले जाए इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। वही मध्यप्रदेश शासन के आयुष मंत्री रामकिशोर कावरे ने कहा कि कोविड के समय नौका विहार बंद हो गया था, नौका विहार प्रारंभ हो जाने से यहां आकर लोग समय व्यतीत कर पाएंगे। नगरपालिका की टीम ने शहर को नया स्वरूप देने का काम किया है।