बालाघाट (पद्मेश न्यूज)। मध्यप्रदेश शासन आदिवासी कल्याण विकास विभाग द्वारा जिले के तीन तहसील बैहर,बिरसा, परसवाड़ा में संचालित स्कूलों के हालात किसी से छिपे नहीं है। शासन बीते कई वर्षों से स्कूल भवन और छात्रावास बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है, लेकिन आज भी शिक्षकों की कमी इस विभाग में बनी हुई है।
अतिथि शिक्षक के भरोसे
इस विषय पर जब हमने आदिवासी कल्याण विकास विभाग के सहायक आयुक्त सुधांशु वर्मा से विस्तृत में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि उनके विभाग के अंतर्गत संचालित सभी हाई स्कूल-हायर सेकेंडरी में शिक्षकों की भारी कमी है। अधिकांश अतिथि शिक्षक के भरोसे अध्यापन कार्य हो रहा है।
शिक्षक विहीन स्कूल
यही नहीं लगातार शिक्षकों की सेवानिवृत्त होने और स्थानांतरण होने की वजह से दूर सुदूर वनांचल क्षेत्र में संचालित स्कूल शिक्षक विहीन है। आज नहीं वर्षों से इन स्कूलों में अतिथि अपनी सेवाएं दे रहे हैं और इन्हीं के भरोसे स्कूल संचालित हो रहे हैं।
स्थानंतरण से बंधी उम्मीद
आदिवासी कल्याण विभाग को आगामी दिनों में मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा स्थानांतरण के माध्यम से जिले के भीतर आने वाले शिक्षकों से बड़ी उम्मीद है कि वे इन स्कूलों में जाएं और अपनी सेवाएं दे।