जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक ब्रांच लालबर्रा में एक ओर जहां कर्मचारियों की कमी बनी हुई है वहीं बार-बार बिजली कटौती से लेन-देन में कर्मचारियों के साथ ही कृषकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सहकारी बैंक का आलम यह है कि वर्तमान में प्रभारी प्रबंधक व एक लिपिक के द्वारा संपूर्ण बैंक की वित्तीय व्यवस्था संभाली जा रही है।
धान की राशि का भुगतान पाने के लिये प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय कृषकों बैंक पहुंच रहे जिससे कर्मचारियों पर वर्कलोड बढ़ गया है, इसकेे अलावा दूसरी परेशानी यह है कि बार-बार बिजली कटौती होने की वजह से लेन-देन कार्य प्रभावित हो रहा है।
बैंक में बिजली कटौती की समस्या से निपटने के लिये पर्याप्त बैटरी की व्यवस्था नहीं है, एक मात्र बैटरी व इनवेटर मौजूद है ऐसी स्थिति में बिजली गुल होने पर कम्प्यूटर सिस्टम बंद हो जाते है और वर्तमान में बार-बार हो रही बिजली कटौती के कारण बैंक का कार्य प्रभावित हो रहा है जिससे कर्मचारियों के साथ ही कृषकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।