अमेरिकी दवा निर्माता कंपनी फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बौर्ला 6 सप्ताह में दूसरी बार कोरोना वायरस से ग्रसित हो गए हैं। उन्होंने शनिवार को ट्वीट करके कहा मेरी कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट पाजिटिव आई है। मैं ठीक हूं और स्वास्थ लाभ ले रहा हूं। बौर्ला ने बताया कि उन्हें कोविड का कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने कहा कि जबकि इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमने बहुत प्रगति की है, वायरस अब भी हमारे बीच मौजूद है।
फाइजर के सीईओ ने कहा कि उन्होंने अभी तक अपडेटेड कोविड 19 बूस्टर शॉट नहीं लगवाया है। क्योंकि वह अपने पिछले कोविड 19 संक्रमण के 3 महीने पूरे होने इंतजार कर रहे हैं। आपको बता दें कि अल्बर्ट बौर्ला इससे पहले अगस्त में भी कोरोनावायरस से संकमण से ग्रसित हुए थे।
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने सिफारिश की है कि जो लोग हाल ही में कोविड 19 संक्रमण से उबरे हैं, वे वैक्सीन का बूस्टर डोज लगवाने के लिए कम से कम तब तक प्रतीक्षा करें जब तक कि उनके शरीर में वायरस का प्रभाव पूरी तरह खत्म न हो जाए।
सीडीसी का कहना है कि एक व्यक्ति संक्रमण संबंधित लक्षण शुरू होने से 3 महीने तक कोविड टीके के बूस्टर डोज में देरी करने पर विचार कर सकता है। कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद आदमी के शरीर में वायरस के खिलाफ एंटीबाडी बनती है, जो एक बूस्टर की तरह काम कर सकता है। अध्ययनों से पता चला है कि लोगों को ठीक होने के बाद लगभग 3 महीने तक फिर से संक्रमित होने का अपेक्षाकृत कम जोखिम होता है।
सीएनएन के मुताबिक अगर कोरोना संक्रमण की तीव्रता अधिक है और कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा है, तो कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग वैक्सीन के बूस्टर शॉट के लिए 3 महीने तक इंतजार नहीं करना चाहेंगे। सीडीसी ने 1 सितंबर को फाइजर और मॉडर्ना के अपडेटेड बूस्टर शॉट्स को हरी झंडी दिखाई थी। फाइजर/बायोनटेक का अपडेटेड वैक्सीन 12 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है। लोगों को टीके की अधिकृत 30 माइक्रोग्राम डोज देनी है। वहीं, माडर्ना का अद्यतन टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए है, जिसकी अधिकृत डोज 50 माइक्रोग्राम है।